Katni: दलित मां-बेटे को पीटने पर गर्माई सियासत, पुलिस प्रताड़ना के शिकार लोगों से मिलने आएंगे PCC चीफ पटवारी,
टीआई अरुणा वाहने अपने प्रभारी कक्ष के अंदर कुख्यात बदमाश की मां कुसुम वंशकार और उसके बेटे दीपराज वंशकार को प्लास्टिक के पाइप से बर्बरता पूर्वक पीटने का मामला गर्मा रहा है। कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है। अब पीसीसी चीफ पीड़ितों से मिलने पहुंचेंगे।
दिनेश शर्मा
मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने सवालिया निशान खड़े करते हुए ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए सीएम मोहन यादव से दलितों पर हो रहे अत्याचार की बात कही है।
बता दें कि कटनी जीआरपी का एक वीडियो सोशल मीडिया में सामने आया है, जिसमें टीआई अरुणा वाहने अपने प्रभारी कक्ष के अंदर कुख्यात बदमाश की मां कुसुम वंशकार और उसके बेटे दीपराज वंशकार को प्लास्टिक के पाइप से बर्बरता पूर्वक पीटते नजर आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक पूरा मामला करीब 10 माह पुराना बताया गया, जहां कुख्यात बदमाश दीपक वंशकार जिस पर 19 अपराधिक प्रकरण और 10 हजार इनामी बदमाश है उसे गिरफ्तार करने के लिए जीआरपी पुलिस उसकी मां बेटे को पूछताछ करने के लिए थाने लाए और कमरे में बंद कर मारपीट कर दी। पूरी घटना कमरे में लगे शासकीय सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
पीड़ित महिला कुसुम वंशकार ने बताया कि किस तरफ उन्हें टीआई अरुणा वाहने और उनके पुलिस वालो ने बाल खींचने, लाठी डंडे मारने से लेकर अपना सितम बरसाया। इस दौरान मैंने कहा भी बेटा अपराधी उसे पकड़ो लेकिन मेरी एक न सुनी गई। पुलिस की मारपीट के बाद मैं 5 दिनों तक हॉस्पिटल में भर्ती रही, जहां इलाज हुआ था। वहीं अब पूरे मामले पर राजनीति शुरू हो गई है। दलित महिला और नाबालिग से हुई मारपीट का वीडियो किसी तरह एमपी कांग्रेस के नेताओं के हाथों लग गया। इसके बाद एमपी कांग्रेस, जीतू पटवारी, कमलनाथ, यूथ कांग्रेस से लेकर कई नेताओं ने एक्स पर ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव से लेकर बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया।
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा ने बताया कि 30 अगस्त को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया सहित मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक कटनी पहुंचेंगे। झर्रा-टिकुरिया निवासी पीड़ित दलित परिवार से मिलकर पूरे घटना की जानकारी लेंगे ताकि उन्हें हरसंभव न्याय दिलाते हुए दोषी व्यक्तियों और पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।
सौजन्य : अमर उजाला
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