तिंवरी के तहसीलदार पर आरोप, बदमाशों से दलित परिवार को बेदखल करवाया
पीड़ित परिवार कलेक्टर के पास पहुंचा, दो दिन से रिश्तेदारों के यहां शरण, उप मुख्यमंत्री से मिलकर लगाई न्याय की गुहार, परिवार के लिए सुरक्षा मांगी तिंवरी/जोधपुर | कोर्ट में प्रकरण लंबित होते हुए भी परिवार को जमीन व घर से बेदखल करने का मामला सामने आया है। तिंवरी के पीड़ित परिवार की महिलाएं व बच्चे सभी जोधपुर में कलेक्टर के पास पहुंचे। एडीएम ने 2 दिन में मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है। पीड़ित परिवार ने तहसीलदार व भूमाफिया की मिलीभगत का आरोप लगाया है।
घर से बेदखल करने को पीड़ित परिवार उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी से भी मिला। तिंवरी निवासी भोलाराम मेघवाल ने शिकायत में बताया कि तिंवरी तहसीलदार सूरजभान सिंह के साथ सुनिल पुत्र अर्जुनराम मेघवाल ने मिलीभगत कर अनधिकृत रूप से पैतृक खातेदारी की भूमि से बेदखल कर दिया। खसरा नंबर 34 की करीब 102 बीघा 2 बिस्वा जमीन पिता मोहनराम की पैतृक खातेदारी की कृषि भूमि आई हुई है। जिसमें प्रार्थी का जन्म से ही हक, हिस्सा व अधिकार है। आरोप है कि प्रार्थी के पिता मोहनराम द्वारा स्वयं के हक अधिकार से अधिक भूमि का विक्रय दर्शाते हुए प्रार्थी एवं उसके भाइयों को उनके हक, अधिकार से महरूम करने का प्रयास किया गया।
पिता मोहनराम द्वारा तथाकथित रूप से बस्तीराम एवं जसाराम के हक में विक्रय विलेख भी दर्शाया जा रहा है। मगर वादग्रस्त भूमि पर आज दिन तक प्रार्थी एवं उसके परिवार के सदस्य ही काबिज है। वर्ष 2023 से मामला कोर्ट में चल रहा है। पीड़ित ने बताया कि सुनिल पुत्र अर्जुनराम मेघवाल ने तहसीलदार तिंवरी सूरजभान सिंह के साथ मिलकर उसके हक की जमीन में अवैध व अनाधिकार रूप से बेदखल करने का प्रयास किया। तहसीलदार द्वारा धक्का मुक्की की गई।
सौजन्य :दैनिक भास्कर
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