उत्तर प्रदेश: ट्यूबवेल से पानी भरने गई दलित महिला को जातिसूचक गाली देने का आरोप, दो पर मामला दर्ज
बांदा, उत्तर प्रदेश — बांदा जिले में ट्यूबवेल से पानी भर रही दलित महिला पर कथित तौर पर हमला करने और जातिसूचक गाली देने के आरोप में ऊंची जाति के एक किसान और उसके बेटे पर मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता सीता देवी (36 वर्ष) इलाके में खेतिहर मजदूर के तौर पर काम करती है। यह घटना 6 अगस्त को सिकौहुला गांव में हुई थी, लेकिन पीड़िता के परिवार के बार-बार प्रयास करने के बाद 10 अगस्त को ही एफआईआर दर्ज की गई।
जसपुरा थाने की स्टेशन हाउस ऑफिसर मोनी निषाद ने पुष्टि की कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
आरोपियों की पहचान राजेंद्र सिंह उर्फ बड़ेलाला और उनके बेटे जितेंद्र प्रताप सिंह के रूप में हुई है। पीड़िता के पति पुत्तू सोनकर (43 वर्ष) के अनुसार, उसकी पत्नी आरोपी के चचेरे भाई चंद्रशेखर के खेतों में काम कर रही थी, जब वह अपनी प्यास बुझाने के लिए पास के ट्यूबवेल पर गई थी।
सोनकर ने बताया, “मेरी पत्नी ने ट्यूबवेल के पास एक बर्तन देखा और पानी भरने के लिए उसे उठा लिया। उसी समय राजेंद्र सिंह और उसका बेटा वहां आ गए और बर्तन इस्तेमाल करने के लिए उसे गाली देने लगे। उन्होंने जातिवादी टिप्पणी करते हुए कहा, ‘तुम नीची जाति की हो, यहां से पानी मत पीना।’ जब उसने जाने की कोशिश की, तो उन्होंने उसे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया।”
सोनकर ने बताया कि खेत में काम कर रही अन्य महिलाओं ने बीच-बचाव किया, जिससे स्थिति और बिगड़ने से बच गई।
मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों को भी लागू किया है।
सौजन्य :द मूकनायक
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