सार्वजनिक शौचालय यूज करने पर दलित को तालिबानी सजा:पिता-बेटे से करवाई सफाई, 5 हजार रुपए जुर्माना वसूला
कुशीनगर में एक दलित व्यक्ति को सार्वजनिक शौचालय में शौच करने पर तालिबानी सजा दी गयी। ग्राम प्रधान और उनके सहयोगियों ने पहले घण्टों तक उसको बंद रखा। फिर उसके पिता हो बुलवाया फिर दोनों से सफाई कराई। इतना ही नही गांव का दबंग ग्राम प्रधान व उसके सहयोगियों ने युवक को उसके पिता के सामने मारा पीटा।
फिर शौच करने का जुर्माना 5 हजार रुपये वसूल कर छोड़ा। मारपीट के कारण दलित युवक के आंख में गम्भीर चोट लगी है। जिसके बाद कुछ ग्रामीण और पीड़ित परिवार प्रधान की दबंगई के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से न्याग की गुहार लगा रहे हैं।
कुशीनगर के चौरा खास थानाक्षेत्र के कोटवा करजही गांव में एक मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। जहां ग्रामीणों ने गांव के ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुशवाहा व उसके सहयोगियों पर दलित वर्ग के दो लोगों को तालिबानी सजा देने का आरोप लगाया है। प्रेम प्रसाद व उसके पिता भगन प्रसाद ने गंभीर आरोप लगाया है।
कभी कभार बाहर खुले में शौच करने जाते थे
पिता भगत ने बताया कि प्रेम प्रसाद वैसे तो अक्सर घर में बने शौचालय या कभी कभार बाहर खुले में शौच करने जाते थे। लेकिन 15 जुलाई सुबह 7 बजे के करीब जब काम से गांव से बाहर निकल रहे थे तो उन्होंने सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल कर लिया। वहां शौचालय का दरवाजा उन पर अचानक से गिर गया। गांव के किसी व्यक्ति ने इस बात की जानकारी ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुशवाहा को फोन पर दी।
प्रेम प्रसाद को शौचालय में कैद किया गया है
ग्राम प्रधान अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे और प्रेम प्रसाद को शौचालय के अंदर कर बाहर से ताला बंद कर दिए। शौचालय में प्रेम प्रसाद को 4 घण्टे तक बन्द रखा गया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि प्रेम प्रसाद को शौचालय में कैद किया गया है।
ग्राम प्रधान ने प्रेम प्रसाद के पिता भगन प्रसाद को मौके पर बुलाकर पहले बेइज्जत किया। फिर टूटे हुए दरवाजे का जुर्माना 15 हजार रुपये मांगा। प्रेम प्रसाद के पिता ने इतनी बड़ी रकम देने इनकार कर दिया। जिसके बाद 5 हजार रुपये पर आकर बात बनी।
एसपी को भी शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई
ग्राम प्रधान ने प्रेम प्रसाद को उसके पिता के सामने ही बुरी तरह खूब पीटा। जिस वजह से प्रेम प्रसाद की एक आंख में गंभीर चोट आई। प्रेम प्रसाद के पिता भगत का ग्राम प्रधान पर यह भी आरोप है कि ग्राम प्रधान ने सरकारी सार्वजनिक शौचालय की सफाई भी मुझसे और मेरे बेटे से करवाई है। जिससे हम दोनों को अपमानित होना पड़ा।
इसे मामले में पीड़ित ने थाने में शिकायत भी की लेकिन ग्राम प्रधान के दबंग रसूख के आगे पीड़ित की आवाज दब गई। पीड़ित पर पुलिस व ग्राम प्रधान ने सादे पेज पर अंगूठा लेकर समझौता करवा दिया। वहीं पीड़ित ने कुशीनगर एसपी को भी शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
सौजन्य:दैनिक भास्कर
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