दबंंगों ने मारपीट कर दलित किशोर को बीयर बोतल में पिलाई थी पेशाब, 16 दिन बाद हालचाल जानने पहुंचे असीम अरुण
श्रावस्ती जिले के एक गांव में दबंगों ने दलित किशोर के साथ मारपीट करने के बाद बीयर की बोतल में पेशाब पिला दी थी. घटना के 16 दिन बाद एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष असीम अरुण पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे|
श्रावस्ती: मारपीट कर अनुसूचित जाति के किशोर को बीयर की बोतल में पेशाब भरकर पिलाए जाने की घटना को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग ने गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बुधवार को आयोग के अध्यक्ष असीम अरुण पीड़ित के घर पहुंचे और परिजनों से बात कर न्याय का भरोसा दिया. इसके साथ ही एससी/एसटी अत्याचार उन्मूलन के तहत पीड़ित को मिलने वाली सहायता राशि जल्द से जल्द दिलाए जाने का आश्वासन दिया.
पीड़ित के परिवार को दिया मदद करने का भरोसा
असीम अरुण बुधवार को दोपहर करीब एक बजे पीड़ित किशोर के घर पहुंचे और परिजनों और किशोर से घटना के बारे में जानकारी ली. उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि किसी से भयभीत होने की ज़रूरत नहीं है. सरकार और पूरा प्रशासनिक अमला आपके साथ है. उन्होंने भरोसा दिया कि न्यायलय में प्रभावी पैरवी कर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी. परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए दो बेटों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. पीड़ित परिवार से मिलने के बाद आयोग के अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ भी बैठक की. जिसमें अधिकारीयों को कड़े शब्दों में निर्देश दिया कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो ये सुनिश्चित करें.
गांव के तीन युवकों ने मारपीट के बाद पिलाया था पेशाब
गिलौला थाना पुलिस के मुताबिक, दलित किशोर प्रदीप कुमार (15) को 1 जुलाई को गांव के तीन दबंगों ने डीजे और जनरेटर रखवाने के बहाने बुलाया था. बाद में दबंगों ने पहले तो प्रदीप के साथ मारपीट की. इसके बाद बीयर की बोतल में पेशाब भरकर जबरन प्रदीप को पिला दी. तीनों आरोपियों की पहचान दिलीप मिश्रा, किशन तिवारी और सत्यम तिवारी के रूप में हुई. आरोप है कि पीड़ित के भाई चंद्र प्रकाश ने पहले तो थाने में इसकी शिकायत की, लेकिन थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद 9 जुलाई को एसपी को शिकायती पत्र दिया तो पुलिस ने दलित उत्पीड़न का मामला दर्ज कर आरोपियों दिलीप मिश्र, सत्यम तिवारी और किशन को गिरफ्तार कर लिया है.
किशोर के साथ हुई बर्बरता मामले में पुलिस पूरी तत्परता से अपना काम कर रही है. मैंने सभी स्थानीय नागरिकों को आश्वस्त किया है कि 15 दिन बाद फिर आऊंगा. इसके साथ ही सुझाव भी दिया कि सर्व समाज का एक सामूहिक भोज रखा जाये, जिससे समाज में भाईचारे को बल मिले और सभी को अच्छी राह पर ले जाया जा सके. -असीम अरुण, अध्यक्ष-एससी/एसटी आयोग
सौजन्य:इटीवी भारत
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