मजदूरी करने से मना किया तो जूते में पिलाई पेशाब:भीम आर्मी ने किया चक्काजाम, FIR दर्ज, पुलिस बोली- आरोप बेबुनियाद है
शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र के बगेदरी गांव में एक दलित मजदूर के साथ मारपीट कर जूते में पेशाब भरकर पिलाने का मामला सामने आया है। घटना 14 जुलाई की शाम करीब 6 बजे की है। यह आरोप भीम आर्मी ने लगाए हैं। भीम आर्मी के पदाधिकारियों का कहना हैं कि घटना को अंजाम देने वाले के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था।
तब भीम आर्मी ने 15 जुलाई को करैरा थाना के बाहर चक्काजाम किया था। इसके बाद पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ सोमवार दोपहर को एससीएसटी और मारपीट की धाराओं मामला दर्ज कर लिया था। हालांकि, भीम आर्मी का आरोप है कि पुलिस ने उचित धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया है। इसके विरोध में अब भीम आर्मी बड़ी संख्या में 18 जुलाई को एसडीएम को ज्ञापन सौपने की तैयारी कर रही है।
पीड़ित बोला- जूते में भरकर पिलाई पेशाब
बगेदरी के रहने वाले 32 साल के राजेश पुत्र सुल्तान जाटव ने बताया कि करैरा के रहने बाले रामसिंह ठाकुर की जमीन उसके गांव में हैं। रामसिंह ठाकुर ने उसे फसल में दवा का छिड़काव करने के लिए कहा था। उसने पांच सौ रूपये की मजदूरी की मांग की थी। जबकि रामसिंह ठाकुर तीन सौ रुपए मजदूरी के देना चाहता था। इसके चलते उसने मजदूरी पर जाने से इनकार कर दिया था।
14 जुलाई को शाम करीब 6 बजे रामसिंह ठाकुर ने उसे रास्ते में रोक लिया था। इसके बाद रामसिंह ठाकुर ने उसे गालियां दीं तो वह वहां से घर की तरफ भाग आया था। इसके बाद में राम सिंह ने उसे उसके घर के दरवाजे पर लाठियों से मारा पीटा और जूते में पेशाब भरकर पिलाई दी थी।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि 15 जुलाई को जब वह थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की थी। इसके बाद भीम आर्मी ने थाने के बाहर चक्का जाम कर दिया था। तब कहीं जाकर पुलिस ने देर शाम मामला दर्ज किया।
इधर भीम आर्मी के पदाधिकारियों का कहना हैं कि पीड़ित को मूत्र पिलाने के संबंध में जो धाराएं लगनी चाहिए थीं। वह नहीं लगाई गई हैं। भीम आर्मी ने मंगलवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर उचित धाराओं में एफआईआर दर्ज करने सहित आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की है।
पेशाब पिलाने के आरोप निराधार
इस मामले में करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई का कहना है कि पेशाब पिलाने संबंधी आरोप पूर्णत: निराधार हैं। यह मामला सिर्फ मारपीट का है। प्रारंभिक जांच में तो यह सामने आया है कि गांव में एक महिला से छेड़छाड़ किए जाने के बाद परिहार समाज के लोगों ने मारपीट की थी और परिहार समाज के लोग राम सिंह ठाकुर के यहां पर काम करते हैं। आगे विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सौजन्य:दैनिक भास्कर
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