लखीमपुर खीरी में कंधे पर बहन कर शव उठाए 5 किलोमीटर पैदल चले भाई, बाढ़ की दर्दनाक त्रासदी
लखीमपुर खीरी में बाढ़ की भयावह स्थिति के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। बाढ़ की वजह से बेहतर इलाज न मिल पाने की वजह से एक किशोरी की मौत हो गई। उसके बाद उसके भाई कंधे उसका शव कंधे पर ढोते हुए नजर आए।
लखीमपुर खीरी: बारिश की वजह से यूपी की नदियों में उफान है। तराई के जिले लखीमपुर खीरी में बाढ़ की वजह से जन-जीवन अस्तव्यस्त है। बाढ़ में जनता की बेबसी की खबरों के बीच एक बेहद दर्दनाक खबर आई है। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। जिले के एक गांव में रहने वाली किशोरी की उचित इलाज न मिल पाने की वजह से मौत हो गई। उस पर भी त्रासदी यह कि उसके भाई उसका शव कंधे पर लादकर पांच किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल से गांव तक पहुंचे।
यह घटना लखीमपुर खीरी के मैलानी थाना के गांव एलनगंज महाराज नगर की है। गांव में रहने वाली 15 साल की शिवानी को टाइफाइड था। उसके इलाज के लिए उसे पालिया कस्बे के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसकी तबीयत सही नहीं हो रही थी। बारिश की वजह से पालिया से बाहर जाने के रास्ते बंद हो चुके थे। बीमार शिवानी को कहीं और नहीं ले जाया जा सकता था।
इलाज के अभाव में शिवानी की मौत हो गई। लेकिन उसके शव को भी वहां से ले जाने का कोई बंदोबस्त नहीं हो पा रहा था। लाचार होकर उसके दोनों भाइयों को उसके शव को कंधे पर लादकर रेलवे लाइन के किनारे-किनारे करीब पांच किलोमीटर तक ले जाना पड़ा। उनके साथ उनके बाकी परिवारवाले भी थे। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
अखिलेश ने शेयर किया वीडियो
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, उप्र के लखीमपुर से एक दुखद समाचार मिला है कि बाढ़ के कारण सही समय पर अस्पताल न पहुँच पाने से एक लड़की की मृत्यु हो गई। लाचार भाई ने अपनी बहन को कंधे पर लादकर अस्पताल ले जाने का भरसक प्रयास किया लेकिन रास्ते में ही बहन की मौत हो गई। सरकार से अपेक्षा है कि वो बाढ़ के हालातों में आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त इंतज़ाम करे और याद रखे ग़रीब के जीवन का भी कोई मोल होता है।
सौजन्य :नवभारत टाइम्स
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