भरतपुर में दलित बेटी की बारात में लोगों ने मचाया हंगामा, पथराव कर पुलिस की गाड़ी को बनाया निशानाBharatpur News: भरतपुर जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव नौगाया में गुरुवार को दलित युवती की बारात को लेकर विवाद हो गया|
भरतपुर में दलित बेटी की बारात में लोगों ने मचाया हंगामा, पथराव कर पुलिस की गाड़ी को बनाया निशाना भरतपुर जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव नौगाया में गुरुवार को दलित युवती की बारात को लेकर विवाद हो गया|
भरतपुर में दलित बेटी की बारात में लोगों ने मचाया हंगामा, पथराव कर पुलिस की गाड़ी को बनाया निशाना
Bharatpur News: भरतपुर जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव नौगाया में गुरुवार को पुलिस की कड़ी निगरानी में निकल रही दलित युवती की बारात को लेकर विवाद हो गया. गांव के कुछ लोगों ने हंगामा करते हुए गीली दीवार तोड़ दी और बारात पर अचानक पथराव शुरू कर दिया. जिसमें पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और दो लोग घायल हो गए. उधर, पुलिस पथराव की घटना से इनकार कर रही है. फिर भी हंगामा करने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. दलित समुदाय से होने के कारण शादी में झगड़े की आशंका के चलते दुल्हन के परिजनों ने पहले ही जिला प्रशासन को सूचना देकर सुरक्षा की मांग की थी, जिसके चलते पुलिस सुरक्षा में बारात निकल रही थी|
बारात पर पथराव कर पुलिस की गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त
बारात में शामिल राजन सिंह ने बताया कि बारात पुलिस सुरक्षा में जा रही थी, तभी ठाकुर समाज की कुछ महिलाओं ने बीच में आकर बारात रोक दी. इसके बाद गांव के कुछ लोगों ने अचानक हंगामा करना शुरू कर दिया. पुलिस उन्हें रास्ते से हटा रही थी. तभी दीवार पर बैठे कुछ लोगों ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और फिर बारात पर पथराव किया गया. दीवार गिरने से पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और पथराव में दो लोग घायल हो गए. इस मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवा का कहना है कि एक मकान के ऊपर दीवार बनी हुई थी जो अचानक गिर गई. जिसके मलबे से पुलिस वाहन का शीशा टूट गया. फिलहाल गांव में स्थिति शांतिपूर्ण है. हंगामा करने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है|
तीन भाइयों की इकलौती बहन हैं आशा
मामले को लेकर लड़की के बड़े भाई राजवीर सिंह ने बताया कि वह सरकारी अध्यापक है. उसकी बहन आशा कुमारी तीन भाइयों की इकलौती बहन है. उसकी शादी बड़े धूमधाम से करने का फैसला किया गया था. बहन की शादी नदबई तहसील के गांव कैलूरी निवासी मनोज के साथ तय हुई थी. हम बहन की बारात उसी तरह निकालना चाहते थे, जैसे गांव में दूसरे समुदाय के लोग बारात निकालते हैं. लेकिन गांव के कुछ लोगों को यह पसंद नहीं था.. जिनमें मुंशी पहलवान, पुष्पेंद्र पंडित, भल्लू ठाकुर, देशराज ठाकुर, चंदन ठाकुर, दिलीप पंडित, महावीर ठाकुर प्रमुख हैं। इनमें मुंशी पहलवान, पुष्पेंद्र पंडित, भल्लू ठाकुर, देशराज ठाकुर, चंदन ठाकुर, दिलीप पंडित, महावीर ठाकुर प्रमुख हैं. जब वे गांव में बहन की बारात लेकर निकले तो उन्होंने बारात पर पथराव किया और जान से मारने की धमकी दी|
करीब 100 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में चल रही थी बारात
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डॉ. लालचंद कयाल ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र दिया गया था कि गांव के कुछ लोग दलित युवती की बारात में व्यवधान उत्पन्न करेंगे. जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गांव में पुलिस बल तैनात किया गया था. 11 जुलाई को बारात गांव में आई थी और सुरक्षा की दृष्टि से एसडीएम रवि कुमार, एडिशनल एसपी डॉ. लालचंद कयाल, एसपी अखिलेश शर्मा, सीओ ग्रामीण आकांक्षा कुमारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ करीब 100 पुलिसकर्मी, डीएसटी व क्यूआरटी टीम मौजूद थी|
सौजन्य :एनडीटीवी
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