गर्लफ्रेंड से शादी नहीं कराई तो मां-बाप-भाई को मार डाला:गाजीपुर में ट्रिपल मर्डर कर 16 साल का बेटा चला गया आर्केस्ट्रा देखने
गाजीपुर में मां-बाप और बड़े भाई की हत्या छोटे बेटे ने ही की थी। आरोपी छोटा बेटा गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था। परिवार वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए उसने प्लान बनाकर माता-पिता और बड़े भाई को सोते समय मार डाला। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल खुरपी भी बरामद कर ली। मामला नंदगंज थाना क्षेत्र का है।
SP ओमवीर सिंह ने बताया- सोमवार रात कुसम्हीकला गांव में एक परिवार के 3 लोगों की हत्या हुई थी। परिवार में सिर्फ 16 साल का एक बेटा बचा था। उसने पुलिस को बताया था कि वारदात के वक्त वह गांव की एक शादी में गया था। रात को वापस आया तो सबकी खून से लथपथ लाश पड़ी थी। लेकिन, पुलिस के शक की सुई उसी पर घूम रही थी। सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी बोला- लड़की भी मुझसे प्यार करती थी
मैं गांव की एक लड़की से 2 साल से प्यार करता था। उससे शादी करना चाहता था। लड़की भी मुझसे प्यार करती थी और शादी करने के लिए तैयार थी। लेकिन, मेरे मां-बाप और भाई मुझे लड़की से शादी न करने के लिए दबाव बनाते थे। वारदात से 1 दिन पहले भी उन लोगों ने मुझे मारा-पीटा था। मेरा मोबाइल तोड़ दिया।
तभी से मैंने इन लोगों को रास्ते से हटाने का मन बना लिया था। मैंने सोते समय एक-एक कर पहले मां और फिर बाप की गला काटकर हत्या कर दी। बड़ा भाई रामाशीष कमरे में सो रहा था। जब उसकी गर्दन पर खुरपी से वार किया, तो वह छटपटाते हुए कमरे से बाहर की ओर भागा। लेकिन सांस की नली कट जाने की वजह से गिर गया और उसकी मौत हो गई। इसके बाद खेत मैंने खुरपी और खून से सने चाकू को फेंक दिया।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल खुरपी और चाकू बरामद कर लिया है।
SP ओमवीर सिंह ने बताया- परिवार वालों ने छोटे बेटे पर उस लड़की से मिलने पर पाबंदी लगा दी। इस पर वह चोरी-छिपे नया सिम कार्ड खरीद लाया। उससे लड़की से बात करता था। 6 जुलाई को पिता मुंशी राम ने बेटे को मोबाइल से बात करते पकड़ लिया। उसका सिम कार्ड निकालकर फेंक दिया। गुस्से में आकर बेटे ने अपना मोबाइल भी तोड़ दिया। इसी के बाद से उसने अपने पिता-मां और बड़े भाई की हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी।
इसकी प्लानिंग में 3 दिन तक वह खुरपी की धार तेज करता रहा। घटना की रात वह अपने पिता और भाई के साथ पास के एक गांव में गया। 11 बजे तीनों घर वापस आ गए। पूरा परिवार सोने चला गया।
इसके बाद आरोपी बेटे ने घर में ही शराब पी। फिर एक-एक कर मां-पिता और बड़े भाई की हत्या कर दी। हत्या के बाद कपड़े बदलकर फिर से आर्केस्ट्रा देखने चला गया। वहां से 15 मिनट बाद ही वह अपने पड़ोस के एक युवक से घर लौटने की जल्दबाजी करने लगा। वह जब पड़ोसी युवक के साथ घर पहुंचा, तो अंदर जाते ही चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। फिर आसपास के लोग आए और पुलिस को सूचना दी।
7 जून की रात हुई थी तीनों की हत्या
कुसुम्हीकला गांव में रविवार रात मां-पिता और बेटे की हत्या कर दी गई थी। मृतकों की पहचान मुंशी बिंद (45), उनकी पत्नी देवंती बिंद (40) और बेटे रामाशीष (20) रूप में हुई थी। सभी के गले पर गहरे घाव थे। प्राथमिक जांच में गला रेतकर हत्या की बात सामने आई थी। परिवार में सिर्फ छोटा बेटा ही बचा था। तब उसने अपनी गर्लफ्रेंड के परिवार वालों पर हत्या करने का आरोप लगाया था।
इसके जवाब में लड़की के पिता राधे बिंद की मां कलावती देवी ने कहा था- राधे मेरा इकलौता बेटा है। राधे का इकलौता बेटा भी अभी 8-9 साल का ही है। मेरा बेटा राधे मकान बनाने के काम में मिस्त्री के साथ मजदूरी करता है। तीन हट्टे-कट्टे लोगों की हत्या एक आदमी कैसे कर सकता है? इसमें मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है, वह निर्दोष है।
लड़की के पिता पर लगा था आरोपी के अपहरण का आरोप
गांव वालों ने बताया- कक्षा- 10 पास करने के बाद एक दिन लड़की को उसके पिता ने आरोपी से बात करते पकड़ लिया था। इसके बाद दोनों के घरवालों को उनके अफेयर का पता चला। इसके बाद से दोनों परिवारों के बीच झगड़े होने लगे।
इसी के चलते करीब 1 महीने पहले एक दिन आरोपी घर से अचानक गायब हो गया। तब आरोपी के घरवालों ने लड़की के पिता पर अपहरण का आरोप लगाया था। गायब होने के लगभग 20 घंटे बाद आरोपी घर आ गया था।
उसने घर वालों को बताया कि मुझे लड़की के पिता ने ने घर से भाग जाने के लिए पैसे देकर जबरदस्ती ट्रेन पर बैठा दिया था। यहां से मुझे बनारस ले जाकर अपने किसी जानने वाले के यहां रोक दिया था। गांव पर जब बात बढ़ने लगी, तो मुझे वापस गांव लाकर छोड़ दिया।
सौजन्य :दैनिक भास्कर
नोट: यह समाचार मूल रूप सेwww.bhaskar.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था|