राजस्थान: बाड़मेर चुनावी रंजिश के चलते दलित परिवार के साथ हुई मारपीट
राजस्थान: बाड़मेर जिले के शिव क्षेत्र में चुनावी रंजिश के चलते गुरुवार को दो पक्ष आमने- सामने हो गए. दरअसल असामाजिक तत्वों के द्वारा अनुसूचित जाति के एक परिवार पर सरेआम धारदार हथियारों के साथ घर में घुसकर उनके साथ मारपीट करना और परिवार की महिलाओं को लज्जित करने के आरोप लगे।
राजस्थान: बाड़मेर जिले के शिव क्षेत्र में चुनावी रंजिश के चलते गुरुवार को दो पक्ष आमने- सामने हो गए. दरअसल असामाजिक तत्वों के द्वारा अनुसूचित जाति के एक परिवार पर सरेआम धारदार हथियारों के साथ घर में घुसकर उनके साथ मारपीट करना और परिवार की महिलाओं को लज्जित करने के आरोप लगे। साथ ही इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पूरे दिन वायरल हुआ। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को हिरासत में लिया।
घटना मंगलवार देर रात की बताई जा रही है, फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में बाड़मेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने पुलिस पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया और झगड़े का कारण चुनाव के दौरान उपजी कटुता बताई जा रही है। इसी तरह बायतु विधायक हरीश चौधरी ने भी इस घटना की निंदा की और बताया कि भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखे गये संविधान ने देश के प्रत्येक नागरिक को अधिकार दिये है और उन अधिकारो का निर्बाध रूप से उपयोग करने की स्वतंत्रता भी प्रदान की है।
लेकिन आजादी के 77 सालो बाद भी अपने संवैधानिक अधिकार का उपयोग करने पर उनके साथ अन्याय और अत्याचार करना सरकार की लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने इस प्रकरण की तत्काल जाँच करने व दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्यवाही करने की सरकार से माँग की।
बाड़मेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस ने बताया कि मंगलवार रात को सुलावा गांव में आपसी विवाद के चलते दो पक्ष आमने सामने हो गए. दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया। इस घटना में कुछ लोगों को चोटें आई हैं. उनकी मेडिकल जांच करवाई गई है. पुलिस ने दो लोगों को मौके से हिरासत में ले लिया। एएसपी ने बताया कि एक पक्ष के लोग ट्रैक्टर से आ रहे थे, इस दौरान दौरान दोनों पक्षों में आपसी विवाद के चलते झगड़ा हो गया। उन्होंने बताया कि इस घटनाक्रम को लेकर दोनों पक्षों की ओर से मिली रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
इस वजह से हुआ झगड़ा
उन्होंने बताया कि घटना के पीछे दो वजह सामने आई है। पहली यह कि एक पक्ष का घर सरकारी जमीन पर था, चुनाव के दौरान इस बात को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद हो गया, मामले की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे. उसके आधार पर कार्य की जाएगी।
सांसद ने कहा- फरियादी को धमका रहे आरोपी
इधर, बाड़मेर जैसलमेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकरण की जांच करने आए अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक की मौजूदगी में ही आरोपी बेखौफ होकर परिवादियों और गवाहों को धमका रहे हैं। इससे साबित होता है कि पुलिस प्रशासन और कानून का कोई भय नहीं हैं। पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बेनीवाल कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद बाड़मेर संसदीय क्षेत्र और शिव क्षेत्र में लगातार एसटी–एससी वर्ग के लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं। दलितों को टारगेट कर उन पर हमले किए जा रहे हैं।
सौजन्य :एनसीआर समाचार
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