फतेहपुर जिला अस्पताल में टार्च की रोशनी में हो रहा इलाज, स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने के दावों पर उठ रहे सवाल
UP Hindi Latest News : यूपी सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने का दावा करती रहती है, लेकिन बीच-बीच में ऐसे वीडियो सामने आ जाते हैं, जो इन सभी दावों पर सवाल उठाने लगते हैं। ताजा मामला फतेहपुर जिले से आया है।
फतेहपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है
बिजली की कटौती के कारण मरीजों को हो रही है परेशानी
डॉक्टरों को टार्च की रोशनी में इलाज करना पड़ रहा है
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की एक तस्वीर सामने आई है। यह तस्वीर सरकार द्वारा गरीबों को बेहतर और निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया कराने के दावों की पोल खोल रही है। यहां के जिला अस्पताल की ओपीडी में मोबाइल टार्च की रोशनी में हर रोज सैकड़ों मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि, वायरल वीडियो की एनबीटी ऑनलाइन पुष्टि नहीं करता है।
दूर-दराज के गांवों से आते हैं सैकड़ों मरीज
जिला अस्पताल की ओपीडी में जिले के दूर दराज गांवों से बेहतर इलाज के लिए हर दिन सैकड़ों गरीब मरीज आते हैं, लेकिन यहां बिजली की नियमित कटौती के कारण डॉक्टरों को 3 से 4 घंटे तक जिला अस्पताल की ओपीडी में टार्च की रोशनी में ही मरीजों का इलाज करना पड़ता है। बत्ती गुल के बाद अस्पताल में पॉवर बैकअप की कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने से मरीजों और डॉक्टरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मरीज और डॉक्टर होते हैं हलकान
जिला अस्पताल की इस गंभीर समस्या से डॉक्टर के साथ मरीजों को भी दो-चार होना पड़ता है। इस समस्या को देखकर मरीजों और उनके तीमारदारों में आक्रोश व्याप्त है। लोग अति शीघ्र इस गंभीर समस्या से निजात की मांग कर रहे हैं।
जल्द ही समस्या से मिलेगी निजात: सीएमएस
उधर, जिला अस्पताल के सीएमएस पीके सिंह का कहना है कि अस्पताल में 125 केवीए का जनरेटर है, लेकिन वह खराब पड़ा हुआ है, जिसकी वजह से दिक्कतें आ रही है। मरम्मत के लिए सीएमओ के माध्यम से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही समस्या से निजात मिल जाएगी।
सौजन्य :नवभारत टाइम्स
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