Alwar news: 18 घंटे से दलित युवती का शव रखकर प्रदर्शन जारी, शमशान घाट को लेकर जानें क्यों छिड़ी बहस
राजस्थान के खैरथल जिले से पिछले 18 घंटे से एक दलित युवती के शव को लेकर हंगामा जारी है। बता दें कि एक 24 साल की युवती की लंबी बिमारी के बाद मौत हो गई। इसके बाद उसे शमशान घाट ले जाते समय डांगनहेड़ी गांव में बवाल मच गया। यहां से शमशान घाट का रास्ता जाता है जिसे बंद कर दिया गया है। जिससे अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को बीच रास्ते में ही रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जो सोमवार से लेकर आज मंगलवार सुबह तक जारी है।
अलवर: राजस्थान के खैरथल जिले के टपूकड़ा क्षेत्र के डांगनहेड़ी गांव में शमशान भूमि में जाने वाले रास्ते को लेकर विवाद हो गया। दलित समुदाय की एक 24 साल की युवती पूजा का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को देहांत हो गया जिसके शव का अंतिम संस्कार करने के लिए समाज के लोग शमशान घाट पहुंचे लेकिन रास्ता बंद होने के कारण वह उसका अंतिम संस्कार नहीं कर पाए। इससे गुस्सा हुए लोगों ने शव को रास्ते में ही रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और प्रशासन और रास्ता बंद करने वाले लोगों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
18 घंटे से जारी है धरना प्रदर्शन
मामले में करीब 3घंटे बीत जाने के बाद टपूकड़ा एसडीएम को मामले की जानकारी लगी तो एसडीएम सत्यनारायण सुथार मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी जुटाई। ग्रामीणों ने एसडीएम से रास्ता खुलवाने की मांग की है। ग्रामीण रास्ता नहीं खुलने तक शव के साथ वहीं पर बैठे रहने की बात पर अड़े हैं। और पिछले 18 घंटों से यह धरना जारी है।
चार बहनों में सबसे बड़ी थी पूजा
सरपंच उदमीराम पोसवाल ने बताया कि डांगनहेड़ी गांव की रहने वाली 24 वर्षीय युवती पूजा पुत्री राजपाल मेघवाल का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद देहांत हो गया वह 12 साल से हाथ पैर जकड़ने की बीमारी से परेशान थी उसको सब जगह दिखाया लेकिन उसका इलाज नहीं हो पाया। मृतक पूजा के पिता राजपाल भिवाड़ी में ऑटो चलाते हैं और करीब 10 साल से ऑटो चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। मृतक पूजा का बड़ा भाई विजयपाल आर्मी में है वह फिलहाल जोधपुर में पोस्टेड है पूजा के तीन छोटी बहनें हैं यह चार बहनों में सबसे बड़ी थी।
यहां जानें विवाद के पीछे की पूरी वजह
पूजा का देहांत होने के बाद उसका अंतिम संस्कार करने के लिए लोग शमशान घाट पहुंचे लेकिन रास्ता बंद होने के कारण उसका अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे हैं। बताया जा रहा है कि गांव के रहने वाले बिल्लू के पिता ने करीब 50 साल पहले इस जमीन को खरीदा था। पहले इस जमीन पर शमशान घाट में जाने के लिए कच्चा रास्ता था लेकिन अब खेत के चारों तरफ तार फेंसिंग कर दी गई है। जिससे शमशान में जाने का रास्ता बंद हो चुका है। करीब 15 दिन पहले भी एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जिसको शमशान घाट में ले जाते समय भी इसी तरह का विवाद हुआ था। उस समय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर रास्ते को खुलवाया था तब जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया गया था। लेकिन बाद में दोबारा से रास्ते को तार फेंसिंग कर बंद कर दिया गया अब दोबारा से फिर वही समस्या आ गई है। मृतक युवती के परिजन सहित गांव के सैंकड़ों महिला और पुरुष शव के साथ मौके पर बैठे हुए हैं और प्रशासन समझाइश कर मामले को शांत करने की कोशिश में लगा है।
दोपहर 2:00 बजे की है घटना
मृतक पूजा के शव का अंतिम संस्कार के लिए सोमवार करीब दोपहर 2:00 बजे शमशान घाट के लिए रवाना हुए थे। लेकिन रास्ता बंद होने से परिजन और ग्रामीण शमशान घाट से करीब 150 मीटर दूर सड़क पर ही मौके पर ही धरने पर बैठ गए। करीब 18 घंटे बाद भी प्रशासन अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है। मौके पर तिजारा विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान खान, अलवर जिला सरपंच संघ अध्यक्ष उदमीराम पोसवाल के नेतृत्व में करीब डेढ़ सौ से 200 समाज और गांव के लोग धरने पर बैठे हैं। तो वहीं तिजारा डीएसपी शिवराज सिंह, टपूकड़ा SHO भगवान सहाय भी किसी भी स्थिति को संभालने के लिए मौके पर मौजूद है। इसी तरह टपूकड़ा एसडीएम सत्यनारायण सुथार सहित टपूकड़ा के हल्का पटवारी व राजस्व के कर्मचारी मौके पर मौजूद है।
सौजन्य: नवभारत टाइम्स
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