छोटे भाई के बाद अब बड़े भाई ने की आत्महत्या, पुलिस के खिलाफ मुकदमा न होने से दुखी था युवक
हाथरस पुलिस की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। अब सोमवार को उसके बड़े भाई का शव भी खेत में पेड़ से लटका मिला। दोनों की मौत सेग्रामीणों मेंआक्रोश फैल गया।
यूपी के आगरा मेंहाथरस पुलिस के उत्पीड़न सेक्षुब्ध होकर एक युवक नेफांसी लगाकर जान दी थी। सोमवार को उसके बड़े भाई प्रमोद सिंह (50) का शव भी खेत में पेड़ पर लटका मिला। उनकी मौत की खबर से ग्रामीणों मेंआक्रोश फैल गया। आरोप है कि सादाबाद पुलिस के खिलाफ मुकदमा न लिखा जाने से बड़ा भाई दुखी था। भाई को इंसाफ नहीं दिला पाया इसलिए उसनेभी जान दे दी। कई घंटे तक ग्रामीणों ने शव पेड़ से नहीं उतरने दिया।
पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। परिजनों नेबताया था कि संजय का साला लक्ष्मण किसी लड़की को लेकर चला गया था। पुलिस नेदबिश देकर संजय को उठा लिया था। थानेमेंदो दिन उसके साथ मारपीट की। एक लाख रुपयेकी मांग की थी। दो किश्तों मेंरकम मांगी थी। शनिवार को रकम देनेथी। दरोगा ने जेल भेजने की धमकी दी थी। रकम का इंतजाम न होने पर संजय ने खुदकुशी कर ली थी। परिजन सादाबाद थाना पुलिस के खिलाफ मुकदमा लिखाना चाहते थे। आगरा पुलिस ने हंगामेके समय
कार्रवाई का आश्वासन देकर भीड़ को शांत कर दिया था। पुलिस मुकदमा नहीं लिख रही थी।
आरोप हैकि परिजनों को लगातार धमकियां मिल रही थीं। समझौते का दबाव डाला जा रहा था। संजय के बड़े भाई प्रमोद खंदौली थाने में होमगार्ड थे। दिनभर पुलिस के साथ रहतेथे। मुसीबत मेंउसी पुलिस ने उनका साथ नहीं दिया। वह अपने भाई को इंसाफ नहीं दिला पाए। इस कारण बुरी तरह टूट गए थे। सोमवार की दोपहर उन्होंनेभी अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसी खेत में एक पेड़ पर उनका शव लटका मिला। खुदकुशी की सूचना पर एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्माफोर्सके साथ मौके पर पहुंची। ग्रामीण भड़के हुए थे। पुलिस से धक्का मुक्की कर दी। शव नीचे नहीं उतारने दिया। साफ कहा पहले सादाबाद पुलिस आएगी। उसके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई बताया जाएगा। उसके बाद शव उतरेगा।
सौजन्य: लाइव हिंदुस्तान
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