दलित सफाई कर्मियों का उत्पीड़न कर रहे प्रधान
धमोरा में सफाई के दौरान सफाई कर्मी की तबियत खराब हो जाने के बाद भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस(भीम) के राष्ट्री य प्रमुख भीम अनार्य ने कहा कि गांवों में तैनात दलित सफाई कर्मियों का शोषण हो रहा है। उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है। ग्राम प्रधान दलित सफाई कर्मियों का उत्पीड़न करते है।
शनिवार को क्षेत्र के ग्राम धमोरा में सफाई कार्य चल रहा था। इस दौरान महिला सफाई कर्मचारी समृता सरोज की अचानक हालत बिगड़ गई थी। वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। साथी कर्मचारी उसे लेकर नगर के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। महिला कर्मचारी और अन्य कर्मचारियों ने बताया था कि ग्राम धमोरा में मॉल का निर्माण कराया गया है। सोमवार को शासन- प्रशासन द्वारा माल का निरीक्षण किया जाना है। जिसको लेकर गांव की साफ सफाई शुक्रवार से सोमवार तक गांव में 31 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए थे। जिनमे छह महिलाएं भी शामिल थीं।थीं आरोप लगाया था की सफाई करते समय समृता ने तबियत ठीक न होने के कारण सफाई कार्य करने में असमर्थता जताई थी। लेकिन, ग्राम प्रधान द्वारा जबरन कार्य कराया जाने लगा था। दोपहर करीब तीन बजे समृता कार्य करते समय अचानक बेहोश हो गई और गस खाकर जमीन पर गिर पड़ी थी। इसको लेकर रविवार को मिलक के मोहल्ला साहू जी नगर में समर्पिता सरोज के आवास पर एक बैठक हुई। वहां कहा कि प्रधान बेवजह सफाई कर्मियों को डरा धमकाकर छुट्टी में भी काम ले रहे हैं। इसी वजह से सरोज की तबीयत खराब हो गई। चेतावनी दी कि अगर उत्पीड़न बंद नहीं किया तो आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर राजपाल, भारत, ब्रहमानंद ,राजकुमार राहुल सिंह ,नेमचंद ,अजय कुमार, हरीश कुमार ,अभिषेक बाबू ,एकलव्य वाल्मीकि ,राजेश कुमार ,जगदीश कुमार ,ओम प्रकाश रस्तोगी भी मौजूद रहे।
सौजन्य:लाइव हिंदुस्तान
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