Amroha News: नीले झंडे उतारने पर दलित परिवारों ने दी धर्म परिवर्तन की धमकी
गजराैला (अमरोहा)। वारसाबाद में पृथ्वीराज चौहान स्मृति द्वार पर लगाए गए नीले झंडे को उतारने पर विवाद बढ़ गया है। बृहस्पतिवार रात में किसी ने नीला झंडा लगा दिया गया था। इसकी जानकारी होने पर राजपूत समाज ने झंडे को गलत बताते हुए उतारने की मांग की। पुलिस ने दलित व राजपूत समाज के लोगों से घटना की जानकारी ली। थाने पहुंचे दलित समाज के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वह नीले झंडे को उतारने के लिए दबाव बना रही है। झंडे उतारने पर उन्होंने धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी दी।
क्षेत्र के गांव वारसाबाद में खाद गुर्जर मार्ग पर पृथ्वीराज चौहान का स्मृति द्वार बना है। वहां नीले झंडे लगे थे। राजपूत समाज के लोगों ने एसपी व डीएम से मिल कर झंडों को उतारने की मांग की। इसके बाद झंडे उतार दिए गए। रात में किसी ने स्मृति द्वार पर एक नीला झंडा लगा दिया। नीले झंडे को दलित समाज के लोग बाबा भीमराव आंबेडकर का झंडा बताते हैं। शनिवार की सुबह राजपूत समाज के लोग उधर से निकले तो स्मृति द्वार पर नीले झंडे देख हैरत में पड़ गए। राजपूत समाज के लोग एकत्र होकर वहां पहुंचे। उसे गलत तरीके से लगाने की बात कहते हुए उतारने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दलित समाज और राजपूत समाज के लोगों से जानकारी ली। दलित समाज ने कहा कि झंडा उतारे जाने का मतलब है बाबा साहब का अपमान है, जिसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। राजपूत व दलित समाज के बीच तनाव जैसी स्थिति बन गई। पुलिस ने दोनों समाज के लोगों को समझाकर शांत किया। एसडीएम मंडी धनौरा चंद्रकांता व सीओ श्वेताभ भास्कर गांव में पहुंचे। दोनों पक्ष के लोगों से जानकारी ली।
दलित समाज के लोगों ने समाधान दिवस में दिया ज्ञापन
वारसाबाद निवासी राजपूत समाज व दलित समाज के लोग थाने पहुंचे। समाधान दिवस में बैठे एसडीएम न्यायिक नजम मसीहा व इंस्पेक्टर क्राइम जितेंद्र सिंह के सामने अपना-अपना पक्ष रखा। इस दौरान दलित समाज के लोगों ने एसडीएम न्यायिक को ज्ञापन सौंप पुलिस पर झंडा उतारे जाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। कहा पुलिस धमकी दे रही है कि झंडा नहीं उतारा गया तो झूठे केस दर्ज कर जेल भेज दिए जाओगे। स्मृति द्वार पर बाबा साहब का झंडा लगा है, जिसे किसी भी कीमत पर नहीं उतरने दिया जाएगा। इस दौरान बीडीसी सदस्य गजेंद्र सिंह, संदीप कुमार, देवेंद्र सिंह, गंगासरन सिंह, मनोज कुमार, लाखे सिंह, राजवीर सिंह आदि मौजूद रहे। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति को भी भेजी गई है।
सौजन्य:अमर उजाला
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