Delhi-NCR का दम निकाल रही गर्मी, कोरोना के बाद पहली बार श्मशान घाट पर लग रहीं कतारें; अस्पताल भी हुए फुल
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में इन दिनों गर्मी का सितम जारी है। एक ओर जहां दिन में तापमान इतना बढ़ रहा है कि 44 डिग्री का तापमान 51 डिग्री महसूस हो रहा है वहीं रातों की गर्मी ने भी सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। न्यूनतम तापमान 35 डिग्री के पार पहुंचने के चलते लोग बेहाल हैं और इस कारण पहले से बीमार लोगों की मौत हो रही है।
By Nimish Hemant
Delhi-NCR का दम निकाल रही गर्मी, कोरोना के बाद पहली बार श्मशान घाट पर लग रहीं कतारें; अस्पताल भी हुए फुल दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी बन रही जानलेवा , दिन के साथ रात की गर्मी भी तोड़ रही रिकॉर्ड मंगलवार को न्यूनतम तापमान ने तोड़ा 6 साल का रिकॉर्ड दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद के अस्पताल फुल.
भीषण गर्मी में दिल्ली-एनसीआर दम तोड़ने लगे हैं। गर्मी से हालात कुछ ऐसे हैं कि राष्ट्रीय राजधानी के निगमबोध घाट पर शवों की कतारें लगी हुई हैं। जिसमें बुजुर्गों के शवों की संख्या अधिक है।
दिल्ली के निगम बोध घाट पर कल रिकॉर्ड 95 शवों का दाह संस्कार हुआ। घाट प्रबंधन से जुड़े लोगों के अनुसार यह कोरोना महामारी के दौर के बाद का नया रिकॉर्ड है। आज भी शवों की कतारें लगी हुई हैं।
बता दें कि आम तौर पर कश्मीरी गेट स्थित निगमबोध घाट पर 40 से 50 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है, जबकि कोरोना के दौरान यह संख्या 100 से अधिक पहुंच गई थी।
अप्रैल 2021 में एक दिन यहां 107 शव आए थे। अब भीषण गर्मी भी उसी तरह का कहर ढा रही है। निगम घाट के प्रबंधक सुमन गुप्ता के अनुसार हाल के दिनों में शवों की संख्या अधिक हुई है और इसमें गर्मी की चपेट में आकर दम तोड़ने वालों की संख्या अधिक है।
गीता कॉलोनी श्मशान घाट में भी बढ़ी संख्या वहीं पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी श्मशान घाट समिति के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि दिन में 7-8 शव आते हैं। अभी तक 18 जून को सबसे अधिक 13 शवों का अंतिम संस्कार हुआ था।
19 जून को अभी तक (दोपहर 1 बजे से पहले तक) 12 शवों का अंतिम संस्कार हो चुका है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक साल हर महीने में 210-230 शवों का अंतिम संस्कार होता है।
गाजीपुर श्मशान घाट में भी बढ़ी अंतिम संस्कार की संख्या पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर श्मशान सुधार समिति के प्रभारी सुनील ने बताया कि पिछले दो हफ्तों से गर्मी बढ़ने से शवों के अंतिम संस्कार की संख्या प्रतिदिन 15 से अधिक हो गई है।
सामान्य दिनों में यह संख्या 10-12 के बीच रहती है। 18 जून को श्मशान घाट में 25 शवों का अंतिम संस्कार हुआ था। पिछले साल भी मई से जुलाई के बीच प्रत्येक महीने 350 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार हुआ था।
रात की गर्मी भी तोड़ रही रिकॉर्ड प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली में अब दिन ही नहीं, रात की गर्मी भी रिकार्ड तोड़ रही है। इसी क्रम में मंगलवार को न्यूनतम तापमान ने छह साल का रिकार्ड तोड़ दिया।
अधिकतम तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन चिलचिलाती धूप और विभिन्न इलाकों में चली लू में हीट इंडेक्स 51 रहा। यानी 51 डिग्री सेल्सियस की गर्मी का एहसास किया गया।
मंगलवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक 33.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह इस सीजन का ही नहीं बल्कि 13 जून 2018 के बाद छह साल का सबसे ज्यादा है, जब न्यूनतम तापमान 34 डिग्री रिकार्ड हुआ था। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 44.0 डिग्री दर्ज किया गया।
गाजियाबाद: 24 घंटे में 30 लोगों को मृतावस्था में अस्पताल लाया गया गाजियाबाद में भी गर्मी में लोगों की तबीयत बिगड़ रही है, पहले से बीमार लोगों की सेहत पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। पिछले 24 घंटे में जिले के सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में 30 लोगों को मृतावस्था में लाया गया।
अकेले जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में 24 घंटे में 26 लोगों को मृतावस्था में लाया गया है। इनमें से 12 शवों को स्वजन को सौंप दिया गया और अन्य शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
पूर्वी दिल्ली: गीता कॉलोनी श्मशान घाट में जलती चिताएं, 18 जून को हुआ 13 शवों का अंतिम संस्कार संयुक्त अस्पताल और सीएचसी लोनी में दो की मौत हुई है। सोमवार और मंगलवार देर शाम तक कोविड के बाद पहली बार जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में इतने लोगों को मृतावस्था में लाया गया।
चिकित्सकों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। इनमें अधिकांश अज्ञात लोग शामिल है। चिकित्सकों के अनुसार भीषण गर्मी के चलते लोग बेहोश होकर गिर रहे हैं।
नोएडा: बीते 24 घंटे में 15 मौतें
नोएडा और सेंट्रल नोएडा जोन में पिछले 24 घंटे में अलग-अलग स्थान पर करीब 15 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मौत का सही कारण जानने के लिए पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शुरुआती जांच में इन मौतों का कारण गर्मी ही माना जा रहा है।
फरीदाबाद का भी बुरा हाल ,फरीदाबाद के शवदाह गृह के शेड्स में भी जगह नहीं बची है। शवों का अंतिम संस्कार जमीन पर किया जा रहा है। सैनिक कॉलोनी मोड़ पर स्थित शवदाह गृह में बुरा हाल है।
शवदाह गृह पर अंतिम संस्कार कराने वाले पंडित रिक्की के अनुसार, आमतौर पर प्रतिदिन 2 से 3 शव अंतिम संस्कार के लिए आते हैं। शवदाह गृह में 10 शेड बने हुए हैं, सभी दस में अंतिम संस्कार हो चुके हैं।
मंगलवार को 10 शव आए थे। आज भी तीन संस्कार अब तक (दोपहर 12 बजे से पहले) करा चुके हैं। तकरीबन शहर के अन्य शवदाह गृह का भी यही हाल है। इन जगहों पर भी तीन साल पुरानी स्थिति देखी जा रही है।
गुरुग्राम पोस्टमॉर्टम हाउस की स्थिति
19 जून यानी आज अभी तक (दोपहर 1.30 बजे तक) 10 शव लाए गए हैं।
18 जून को 36 शव लाए गए थे। इसमें 12 लावारिस थे।
17 जून को 21 शव लाए गए थे। इसमें छह लावारिस थे।
10 जून से लेकर 19 जून तक 120 शव लाए गए हैं।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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