NEET Controversy: NTA के खिलाफ लड़ाई का आज 13वां दिन, जानें नीट विवाद में अब तक क्या-क्या हुआ
नीट परीक्षा को लेकर छात्रों की लड़ाई का आज 13वां दिन है. इन दिनों में छात्रों, अभिभावकों और कोचिंग टीचर्स ने एनटीए के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है. नतीजा ये निकला कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों का नीट एग्जाम दोबारा कराया जाए, लेकिन सामने आ रही धांधली के संकेत एनटीए को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं|
13 Days of NEET Protest: 4 जून को जब नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तब सोशल मीडिया पर #neetfraud ट्रेंड करने लगा पहली बार नीट में 67 टॉपर्स और फिर ग्रेस मार्क्स देखने के बाद मेडिकल फील्ड में खलबड़ी मच गई. अगले दिन से छात्रों का आंदोलन सोशल मीडिया से सड़क तक पहुंच गया. हाथ में बैनर लिए छात्र न्याय की गुहार लगाते रहे और याचिकाएं दायर होती रहीं. 13 जून को एनटीए ने फैसला लिया कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी, लेकिन अभी भी छात्रों का गुस्सा थमा नहीं है. बिहार और गुजरात से सामने आई पेपर लीक की खबरों से एनटीए की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर कई सवाल खड़े हो गए हैं, इसीलिए छात्र मामले में CBI जांच की मांग कर रहे हैं. आइये जानते हैं पिछले 13 दिनों में क्या-क्या हुआ है\
DAY 1: 4 जून को एनटीए ने जारी किया रिजल्ट
लोकसभा चुनावों के नतीजों के दिन ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट परीक्षा 2024 का परिणाम जारी किया था. परिणाम में 67 ऐसे स्टूडेंट्स थे जिन्हें 720 में से 720 अंक मिले. टॉपर्स की लिस्ट देखने के बाद छात्रों ने सोशल मीडिया पर नीट परीक्षा में धांधली का मुद्दा उठाया.
DAY 2: एक ही एग्जाम सेंटर से निकले 6 टॉपर्स
रिजल्ट के कुछ घंटे बाद ही सोशल मीडिया पर भी इस साल की नीट परीक्षा की शुचिता पर गंभीर सवाल उठने लगे थे. इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि नीट की परीक्षा में आखिर एक साथ 67 अभ्यर्थियों के 720 नंबर कैसे आ गए? एक एग्जाम सेंटर पर परीक्षा देने वाले 6 छात्रों ने टॉप किया और उसी एग्जाम सेंटर के 2 स्टूडेंट्स को 718 और 719 मार्क्स मिले हैं, जो टेक्निकली पॉसिबल नहीं है. छात्रों के शक ने एनटीए को कोर्ट में लाकर खड़ा कर दिया, हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कई याचिकाएं दायर की गईं|
DAY 3: NTA ने पहली बार ग्रेस मार्क्स की जानकारी दी
सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक छात्रों के प्रदर्शन के बाद एनटीए ने 67 टॉपर्स और 718-719 नंबर देने की सफाई में ग्रेस मार्क्स का जिक्र किया. अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक पीडीएफ शेयर कर एनटीए ने बताया कि रिवाइज्ड आंसर-की और लॉस ऑफ टाइम के कंपनसेशन की वजह से कुछ कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं. इस सफाई के बाद छात्रों की नाराजगी और बढ़ गई. उनका कहना था कि नीट में ग्रेस मार्क्स देना गलत है और बिना किसी नोटिफिकेशन के ग्रेस मार्क्स क्यों दिए गए हैं.
एनटीए के खिलाफ इस लड़ाई में कई ट्वीट वायरल हुए, स्टूडेंट्स की मार्कशीट वायरल हुई और इसी बीच लखनऊ से नीट छात्रा आयुषी पटेल का एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें छात्रा ने दावा किया कि पहले वेबसाइट पर उसका नीट रिजल्ट खुला नहीं, जब इसकी शिकायत एनटीए से की तो उन्होंने रिजल्ट जारी करने से इनकार कर दिया, क्योंकि OMR शीट फटी हुई मिली. छात्रा ने वीडियो में फटी हुई OMR शीट भी दिखाई. हालांकि बाद में यह भी सामने आया कि एनटीए ने आयुषी का रिजल्ट किसी और एप्लीकेशन नंबर पर अपलोड कर दिया है. फिलहाल यह मामला कोर्ट में है|
DAY 4: दोबारा नीट एग्जाम की मांग तेज, छात्र संगठन एक जुट हुए
नीट उम्मीदवारों के एक ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर नये सिरे से NEET-UG, 2024 परीक्षा कराने की मांग की| याचिकाकर्ताओं के संज्ञान में पेपर लीक के कई मामले आए थे. उम्मीदवारों का तर्क है कि नीट का कथित पेपर लीक संविधान के अनुच्छेद 14 में वर्णित समानता के अधिकार का उल्लंघन है. इस दौरान DU-JNU के छात्र संगठन SFI, AISA, NSUI समेत ABVP भी नीट परीक्षा के आंदोलन में छात्रों के पक्ष में एक साथ खड़े हो गए. दिल्ली, यूपी, गुजरात समेत कई राज्यों में धरना प्रदर्शन और एनटीए के खिलाफ नारेबाजी हुई. प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने क्रेंद सरकर को निशाना बनाया|
DAY 5: एनटीए ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर सफाई दी
8 जून को एनटीए ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें एनटीए के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार समेत कई अधिकारी शामिल थे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजी ने कहा कि नीट यूजी 2024 परीक्षा करीब 24 लाख बच्चों ने दी थी, जिनमें से सिर्फ 1563 को रिवाइज्ड आंसर-की और लॉस ऑफ टाइम की वजह से ग्रेस मार्क्स मिले हैं. नीट परीक्षा परिणाम की समस्या केवल 6 एग्जाम सेंटर तक ही सीमित है इसके बाद जब ग्रेस मार्क्स का क्राइटेरिया पूछा गया था तो एनटीए ने एक नोटिस जारी कर साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट के एक जजमेंट का हवाला दिया, जो क्लैट एग्जाम में समय की बर्बादी की एवज में ग्रेस मार्क्स देने के लिए था|
DAY 11: 14 जून को एनटीए ने सुनाया री-एग्जाम का फैसला
छात्रों के प्रदर्शन के बीच 14 जून को सुप्रीम कोर्ट में 20 हजार छात्रों की अर्जी पर सुनवाई हुई. जहां केंद्र ने बताया कि वे ग्रेस मार्क्स रद्द कर रहे हैं और जिन 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, उन्हें दोबारा परीक्षा में बैठने या बिना ग्रेस मार्क्स के साथ काउंसलिंग में शामिल होने का विकल्प देंगे| NEET परीक्षाओं की पवित्रता पर उठे सवालों को जांच के लिए NTA द्वारा गठित चार सदस्यीय कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि 1563 उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क रद्द किए जाएं|
गोधरा पेपर लीक केस
इसी बीच नीट परीक्षा की धांधली को लेकर एक और खुलासा हुआ. गुजरात में गोधरा के स्कूल में NEET परीक्षा में धांधली का बड़ा मामला सामने आया. जांच में पता चला कि छात्रों को अच्छे नंबर दिलाने के लिए एक डील हुई थी. छापेमारी में पुलिस को एक आरोपी परशुराम के घर से 2 करोड़ 30 लाख रुपये के चेक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले. पुलिस ने इस मामले कई गिरफ्तारियां की हैं. पूछताछ के दौरान, राज्य सरकार के 56 वर्षीय जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु ने अपनी भूमिका कबूल की. आगे की जांच जारी है|
8 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में CBI जांच को लेकर लंबी चली बहस के बाद कोर्ट ने सीबीआई जांच की याचिका खारिज करने से इनकार कर दिया. साथ ही एनटीए गुजारिश पर नीट विवाद पर दिल्ली हाईकोर्ट समेत देश के सात हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं को जोड़ा गया. सुप्रीम कोर्ट 8 जुलाई 2024 इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी|
जब शिक्षा मंत्री ने कहा- बहुत ही विश्वसनीय संस्था है एनटीए
14 जून को एनटीए ने री-एग्जाम का फैसला लिया था. इसी दिन शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनटीए में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है नीट पेपर लीक का कोई सूबत नहीं है. यह एक बहुत ही विश्वसनीय संस्था है.” शिक्षा मंत्री ने आगे यह भी कहा कि हर एग्जाम सेंटर पर पेपर के दो सेट होते हैं और परीक्षा शुरू होने से थोड़ी देर पहले ही बताया जाता है कि कौन-सा पेपर खोला जाना है. लेकिन 6 एग्जाम पर दूसरा सेट खोल दिया गया जिसकी वजह से पेपर में 30-40 मिनट समय की बर्बादी हो गई. बाद में एनटीए ने एपेक्स कोर्ट के 2018 के जजमेंट के तहत छात्रों को लॉस ऑफ टाइम की वजह से छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए थे|
सॉल्वर गैंग के पास से मिली 13 परीक्षार्थियों की डिटेल्स
5 मई को आयजित हुई नीट परीक्षा में बिहार पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जांच से पता चला है कि 5 मई की परीक्षा से पहले लगभग 35 उम्मीदवारों को NEET-UG के प्रश्नपत्र और उत्तर उपलब्ध कराए गए थे. इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने कहा है कि उसकी जांच से “पेपर लीक होने का संकेत मिलता है.” सॉल्वर गैंग से 13 परीक्षार्थियों की डिटेल्स मिली थी, जिनमें से चार को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है. ईओयू ने एनटीए से बाकी 9 परीक्षार्थियों की डिटेल्स और नीट क्वेश्चन पेपर का सैंपल मांगा था. एनटीए से मिले परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड के जरिये 9 परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है|
Day 12: शिक्षा मंत्री ने माना- NTA में सुधार की जरूरत
देशभर में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच उन्होंने माना है कि नीट परीक्षा परिणाम में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं, जो भी बड़े अधिकारी इसमें शामिल पाए जाएंगे उन्हें बक्शा नहीं जाएगा. उन्होंने यह भी माना कि एनटीए में सुधार की जरूरत है| उन्होंने कहा, ‘जानकारी हमें मिली है, हम सारे विषयों को एक निर्णायक स्थिति तक ले जाएंगे. उसमें जो भी बड़े अधिकारी होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता है. सरकार इस पर चिंता कर रही है, किसी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा उन्हें कठोर से कठोर दंड मिलेगा|
DAY 13: नीट को लेकर जारी है विरोध
नीट परीक्षा को लेकर बिहार और गुजरात पेपर लीक मामले में जांच की जा रही हैं. नीट के छात्र और अभिभावक सुप्रीम कोर्ट में होने वाली 8 जुलाई की सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, नीट के 1563 छात्र 23 जून को होने वाले री-एग्जाम की तैयारी में हैं. सोशल मीडिया पर अभी नीट का मुद्दा गरम है. एनटीए के विरोध में छात्रों का ऑनलाइन आंदोलन जारी है|
सौजन्य : आजतक
नोट: यह समाचार मूल रूप से aajtak.in/education में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था