नाबालिग दलित लड़की के साथ बार-बार बलात्कार, गर्भवती होने पर पता चला अपराध
यूपी के भदोही में नाबालिग दलित लड़की के साथ बार-बार बलात्कार की दर्दनाक घटना देखने को मिली। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उस पर बलात्कार और अन्य अपराधों के आरोप लगाए गए हैं, लेकिन दलित महिलाओं के खिलाफ तेजी से बढ़ते लैंगिक अपराधों में यह नवीनतम है। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि दलित महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हर दिन दस ऐसे बलात्कार होते हैं, जिनमें 2015 से 2020 के बीच ऐसे अपराधों में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उत्तर प्रदेश (यूपी) के भदोही में एक नाबालिग दलित बच्ची के साथ उसके घर में ही बार-बार लैंगिक अपराध की भयावह जानकारी सामने आई है। परिवार को इस बात का पता तब चला जब उसमें गर्भावस्था के लक्षण दिखे और वे उसे डॉक्टर के पास ले गए।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सुरियावा पुलिस स्टेशन की पुलिस के अनुसार, 17 वर्षीय लड़की के साथ उसके गांव के ही एक व्यक्ति ने बार-बार बलात्कार किया। लड़की के पिता ने पिछले सप्ताह सुरियावा पुलिस स्टेशन में राजू गुप्ता नामक व्यक्ति के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। अब उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अपराधी राजू गुप्ता ने बार-बार अपराध करने के लिए घर पर कोई न होने पर बच्ची के घर जाना शुरू कर दिया था।
एसएचओ राम नगीना यादव के अनुसार, पुलिस ने डुडवा धर्मपुरी निवासी 26 वर्षीय गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया है। गुप्ता के खिलाफ बलात्कार, आपराधिक धमकी और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) के साथ-साथ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस ने कथित तौर पर गुप्ता की तलाश शुरू कर उसे सुरियावा रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया।
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है और इसे “देश की भाजपा शासित रेप कैपिटल” की घटना बताया है।
कांग्रेस पार्टी की छात्र शाखा एनएसयूआई (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने भी इस घटना के बारे में ट्वीट किया और पूछा कि क्या सरकार हमारी बच्चियों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाएगी?
इसी तरह, मार्च 2024 में यूपी के बलिया में एक दलित महिला के साथ बलात्कार की एक और जघन्य घटना सामने आई थी। आरोपी ने उसके खिलाफ जातिवादी टिप्पणी भी की और उसे जान से मारने की धमकी दी। बलात्कार पीड़िता की मां द्वारा पुलिस में शिकायत किए जाने के बाद आरोपी लगनदेव यादव को पुलिस ने कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया था।
भयावह आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर दिन 10 दलित महिलाओं के साथ बलात्कार होता है। इसके अलावा, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने दिखाया है कि दलित महिलाओं के खिलाफ बलात्कार के दर्ज मामलों में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि हुई है, जो 2015 से 2020 तक 45 प्रतिशत की वृद्धि है।
सौजन्य :सबरंग इंडिया
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