धोबी जाति को अपमानित करने को लेकर गाडगे यूथ ब्रिगेड ने DM को सौंपा ज्ञापन
Etawah: गॉडगे यूथ बिग्रेड के जिला अध्यक्ष अनिल दिवाकर ने जानकारी देते हुए बताया है कि 4 जून को जब मतगणना हो रही थी और अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हार गए यहां सपा प्रत्याशी की जीत हुई।गोडगे यूथ ब्रिगेड के लोग एकजुट होकर जिलाधिकारी के कार्यालय पर पहुंचे यहां पर उन्होंने अनुसूचित धोबी जाति पर किए गए अभद्र टिप्पणी को लेकर ज्ञापन पत्र सौंपा और कार्रवाई की मांग की।
सोशल मीडिया पर अयोध्या के लोगों को बनाया जा रहा निशाना
लोकसभा चुनाव के लिए 4 जून को मतगणना हुई और यहां यूपी के अयोध्या में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज कराई। यहां भाजपा के प्रत्याशी हार गए। जिसके बाद से लगातार एक ट्रेंड सोशल मीडिया पर तेजी के साथ चलने लगा है।
जिसमें अयोध्या वालों को लगातार निशाना बनाने का काम किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि उन्होंने राम को लाने वालों को वोट नहीं दिया है। वहीं अनुसूचित जाति पर जमकर का निशाना साधने का काम भी सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है।
जिससे नाराज होकर इटावा में गोडगे यूथ ब्रिगेड से जुड़े लोग एकजुट होकर आज जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचे जहां पर उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन पत्र सौंपा है और कहा है कि लगातार अयोध्या में अनुसूचित जातियों पर निशाना साधा जा रहा है उनके ऊपर अभद्र टिप्पणी की जा रही है ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
आचार्य प्रमोद कृष्णम से लेकर अन्य लोगों पर लगाए गए आरोप
गॉडगे यूथ बिग्रेड के जिला अध्यक्ष अनिल दिवाकर ने जानकारी देते हुए बताया है कि 4 जून को जब मतगणना हो रही थी और अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हार गए यहां सपा प्रत्याशी की जीत हुई। तब से लगातार अनुसूचित धोबी जाति को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट लिखा जा रहे हैं और पोस्ट भी वायरल की जा रही है। जिसमे आचार्य प्रमोद नामक व्यक्ति जो अपने आप को आध्यात्मिक गुरु बताते हैं द्विटर पर जिनकी अकाउंट आईडी आचार्य प्रमोदके है।
उन्होंने इस सार्वजनिक प्लेटफार्म पर पूरी धोबी जाति को कलंकित बताने व समाज में उसके खिलाफ घृणा फैलाने के उद्देश्य से लिखा है कि मंथरा और कैकेई के साथ वो धोबी भी अयोध्या में ही रहता था जिसने सीता मैया को वन में भिजवाने का पाप किया था। वहीं डॉ. दीपा द्विवेदी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि अयोध्या में तो भगवान राम के समय ही दोगले लोग रहते थे भूल गए क्या सीता को कलंकित करने वाले धोबी। इन्होंने पूरी धोबी जाति को दोगला कहा जो समाजिक रूप से बहुत ही गंदा माना जाता है। इनकी इस धोबी जाति के प्रति घृणा फैलाती पोस्ट को सैकड़ों लोगों ने शेयर तक किया है।
जिलाधिकारी से अपील की गई कि ऐसे लोगों पर लगाम लगाई जाए जो कि माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
सौजन्य :न्यूज़ ट्रैक
नोट: यह समाचार मूल रूप सेnewstrack.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था|