तिजारा के जरौली गांव से दलित युवक का अपहरण:2 दिन बाद भी नहीं हुआ मामला दर्ज, किडनैपर मांग रहे 3 लाख रुपए की फिरौती
शनिवार तक भी युवक का कहीं पता नहीं चला तो परिजन थाने पहुंच गए और अपहरण किए गए युवक को बरामद करने की मांग करने लगे। इसके साथ ही अपहरण करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करने की मांग पर खड़े रहे। मामला बढ़ता हुआ देख अब पुलिस आनन-फानन में मामला दर्ज कर जांच करने की बात कह रही है।
राजस्थान तिजारा क्षेत्र के जैरौली गांव की रहने वाली ज्योति ने तिजारा पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में बताया है कि, उसका पति राजेश पुत्र शीशराम मेघवाल 6 जून को सुबह घर से मजदूरी पर जाने की बात कहकर गया था। देर शाम तक घर वापस नहीं लौटा। उसके बाद रात करीब 8 बजे उसके पति राजेश के मोबाइल नंबर से उसके देवर रोहिताश के मोबाइल पर फोन आया और फोन पर राजेश ने रोहिताश से कहा कि मुझे 2 से 3 लोगों ने कमरे के अंदर बन्धक बनाकर रखा हुआ है। ये लोग मुझ पर दबाव बना रहे है कि तुम हमें जैरोली के रहने वाले कप्पा पुत्र अयूब और सलमान पुत्र नौबत से 5 लाख रुपये दिलवाओ। नहीं तो हम तुम्हे जान से मार देंगे। इतनी बात करने के बाद उसके पति राजेश ने फोन काट दिया।
रोहिताश ने यह बात अपने परिवार को बताई। रात करीब 9 बजे राजेश के परिवार वाले कप्पा और सलमान के घर पर गए, लेकिन उन्हें कप्पा और सलमान घर पर नहीं मिले। राजेश ने रात करीब 10 बजे और 11:30 बजे दोबारा से फोन कर पैसों भिजवाकर अपने आपको छुड़ाने के लिए कहा। अगले दिन 7 जून की सुबह परिवार दोबारा कप्पा और सलमान के घर पर गए तो फिर वो घर पर नहीं मिले। परिवार के लोगों ने राजेश के मोबाइल फोन पर वापस कॉल किया तो उसका मोबाइल फोन स्वीच आफ आ रहा है।
‘राजेश किसी से लड़ाई झगड़ा भी नहीं है’
ज्योति ने बताया कि उसके पति राजेश बेलदारी और मेहनत मजदूरी करता है। उसका किसी से कोई लड़ाई झगड़ा भी नहीं है। मेहनत मजदूरी कर वह अपने परिवार का पेट पाल रहा है। उसके दो लड़कियां हैं। एक चार वर्ष की ममता तो वहीं 3 वर्ष की माहिर है, जो दोनों ही ज्योति के पास रहती हैं।
सौजन्य :दैनिक भास्कर
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