उत्तर प्रदेश Agra News: पोक्सो कोर्ट ने 8 साल की मशक्कत के बाद दलित आरटीआई कार्यकर्ता को बरी किया
Agra: आगरा As Deepak Lawania reports, एटा की एक विशेष पोक्सो अदालत ने आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार को छेड़छाड़ और बलात्कार के प्रयास सहित सभी आरोपों से आठ साल बाद बरी कर दिया है। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी पीड़ा थी। 37 वर्षीय दलित कार्यकर्ता पर कथित तौर पर एक वीडियो के लिए फंसाया गया था, जिसमें पुलिस द्वारा मवेशी तस्करों से पैसे वसूलने की बात कही गई थी।
अदालत ने शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्यवाही शुरू करने का भी निर्देश दिया। 23 जून, 2016 को जैथरा के मोहल्ला नेहरू नगर निवासी कुमार के खिलाफ एक 16 वर्षीय लड़की ने छेड़छाड़ और बलात्कार के प्रयास का आरोप
आर्थिक स्थिति से परेशान बुजुर्ग भाइयों ने खुदकुशी कीt लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। तत्कालीन जैथरा एसएचओ कैलाश चंद्र दुबे ने बाद में कुमार को गिरफ्तार कर लिया और दो दिन बाद जेल भेज दिया। 16 जुलाई, 2016 को जमानत पर रिहा होने के बाद कुमार ने National Human Rights Commissionमें याचिका दायर की। झूठे मामले में फंसाए जाने से पहले कुमार ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें मवेशियों की तस्करी करने वाले वाहनों से पुलिस द्वारा पैसे वसूलते हुए दिखाया गया था। वीडियो का खूब प्रचार हुआ था। एक अदालत ने 8 साल बाद आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार को छेड़छाड़ और बलात्कार के प्रयास के आरोपों से बरी कर दिया। दलित कुमार को मवेशी तस्करों से पैसे वसूलने वाले पुलिस वालों को उजागर करने वाले एक वीडियो के लिए फंसाया गया था। अदालत ने कुमार पर अपराध का आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्यवाही का निर्देश दिया। झूठे मामले में फंसाए जाने के बाद कुमार ने एनएचआरसी याचिका दायर की थी। विल्लुपुरम एससी/एसटी कोर्ट के जज ए पैकिया जोथी ने गिंगी के पास एक दलित महिला से बलात्कार और हत्या के प्रयास के लिए 31 वर्षीय व्यक्ति को 7 साल की सजा सुनाई।
सौजन्य :जनता से रिश्ता
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