सैलून वाले वाल्मीकि समाज के लोगों के नहीं काट रहे बाल, पुलिस अधिकारियों के पास पहुंची शिकायत ऐसी घटना की पुनरावृति को रोके
पिछले दिनों शिकायतें मिल थी इन जिलों में आमजन के एक खोली गई दुकान पर अब भी वाल्मीकि , भी ल, मेघवाल जातियों के लोगों के बाल काटने से इनकार किया जाता है।
जयपुर। आजादी के 77 सा ल बा द भी प्रदेश के कई इला कों में वा मी समा ज के लो गों के बा ल का टने से सैलून वा ले इनका र कर जा रहे हैं। ऐसी का यतें मुयमंत्री , गृह भा ग, मा नवा का र आयोग तथा पुलिस के आला अ कायों तक भी पची है। इसके चलते पुलिस मुख्यालय की ओर से एक न पहले ही बाड़मेर, रोही , करौली , नागौर, जा लौ र और बा लो तरा लों के पुलिस अधीक्षक कों को पत्र खकर पाबंद किया गया है ऐसी घटना की पुनरावृति को रोके।
पिछले दिनों शिकायतें ली थी इन लों में आमजन के एक खोली गई का दुकान पर अब भी वाल्मीकि , भी ल, मेघवाल आजायों के लो गों के बाल का टने से इनका र या जा ता है। इस पर पु स महारी क मानवा का र शन सहाय ने 29 मई को बाड़मेर, रोही , करौली , नागौर, जालौर और बालो तरालों के पुलिस अधी कों को पत्र खकर कहा जा के आधा र पर बा ल का टने से इनका र करना , जा गत भेदभा व तथा मा नवा का र के हनन की श्रेणी में आता है। उहों ने संबं त लों के पु स अधी कों और रेंज पु स महा री कों र्देश ए है वे अपने-अपने अधी न थाना का यों को पा बंद करे उनके इला कों में हर बी ट में आने वा ले गां वों में जा के आधा र पर बा ल का टने में भेदभा व नहीं या जा ए। अगर ऐसा को ई करता है, तो उनके ला फ का र्रवा ई करे।
सौजन्य :दैनिक नवज्योति
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