Lucknow बेटों की हत्या का भय दिखा कर दलित का मकान हड़पा
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क इन्दिरानगर राम-राम चौराहे से कार सवारों ने दलित को तमंचे के बल पर बंधक बना लिया. कार में बैठा कर उसे रजिस्ट्री कार्यालय ले जाया गया. वहां बेटों की हत्या का डर दिखा कर दबंगों ने मकान लिखवा लिया. पीड़ित ने इन्दिरानगर कोतवाली में केस दर्ज कराया है|
पानी गांव निवासी सोहनलाल के मुताबिक तीन को उन्हें ईशान खान ने राम-राम चौराहे पर मिलने बुलाया. जहां ईशान के साथ आजमगढ़ छितारा निवासी मो. उस्मान, अशरफ जमाल, गोसाईंगंज निवासी शमशुद्दीन, उजैर हुसैन और शारिक जफर मौजूद थे. आरोपियों ने सोहनलाल को कार में बिठा. फिर तमंचा उनकी कनपटी से सटाते हुए मकान का बैनाम अशरफ, उस्मान और शमशुद्दीन के पक्ष में करने के लिए कहा. सोहनलाल के मना करने पर आरोपियों ने कहा कि तुम्हारे घर के बाहर हमारे लोग मौजूद हैं. अगर बैनामा नहीं किया तो तुम्हारे बेटों की हत्या कर दी जाएगी. इसके बाद उन्हें रजिस्ट्री कार्यालय ले जाकर बैनामा कराया गया. फिर मात्र छह लाख रुपये देकर आरोपियों ने भगा दिया|
पीड़ित के मुताबिक बैनाम कराने के साथ ही दबंगों ने तीन दिन में मकान खाली करने की चेतावनी दी थी. तय वक्त में मकान खाली नहीं होने पर उस्मान और उसके साथियों ने फोन कर धमकाने लगे|
रिश्तेदार की बाइक से लूटे थे मोबाइल फोन, गिरफ्तार
आलमबाग पुलिस ने राहगीरों से मोबाइल फोन लूट को अंजाम देने वाले बदमाश को गिरफ्तार किया है. वहीं, एक बदमाश पुलिस को चकमा देकर मौके से भाग निकला. आरोपी ने लूट को अंजाम देने के लिए रिश्तेदार की बाइक ली थी.
चारबाग रेलवे स्टेशन कैबवे के पास से सआदतगंज मल्लू की गडिया निवासी मो. अनीश को पकड़ा गया. बाइक पर अनीश के साथ हाता नूरबेग निवासी फरीद था. जो पुलिस को देख कर भाग निकला. आरोपी ने बताया कि 22 अप्रैल की रात ई-रिक्शे से घर लौट रहे बाजारखाला निवासी आकाश कुमार से मोबाइल फोन लूटा था. आरोपी के मुताबिक बाइक उसके रिश्तेदार की है|
सौजन्य :समाचारनामा
नोट: यह समाचार मूल रूप सेsamacharnama.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था|