बिहार”दो कट्टा मंगा कर यहीं ठोक देंगे”, दारोगा जी ने दलित युवक को फिल्मी अंदाज में दी धमकी; Video वायरल
बिहार के अरवल जिले में एक दारोगा का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दारोगा एक युवक को धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं दारोगा ने युवक को सरेआम गोली मारने की भी धमकी दी है।
दारोगा जी ने दलित युवक को फिल्मी अंदाज में दी धमकी।अरवल जिले में एक दारोगा का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दारोगा जी पूरे स्वैग में एक युवक को धमकी देते नजर आ रहे हैं। दारोगा जी का कहना है कि तुम पहचानते हो हमको? तुम जानता है हम के हैं? तोरा पता है? हम कबसे देख रहे हैं तोरा रेंज। दारोगा जी का कहना है कि गांव में ही उनका ममहर है और युवक उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। हालांकि वीडियो पुराना बताया जा रहा है, लेकिन अब इसका वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
विवाद सुलझाने गए थे दारोगा जी
बताया जा रहा है कि दारोगा जी प्राथमिक विद्यालय बख्तर में छुट्टी के दौरान छात्रों और परिजनों का हंगामा सुलझाने गए थे। दरअसल, विद्यालय में ही प्रधानाचार्य और एक शिक्षिका को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों को समझा-बूझाकर मामले को शांत कराया था। विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षिका को विद्यालय का ताला खुलवाकर ग्रामीणों के चंगुल से बाहर निकाला था। इसी दौरान दारोगा जी एक युवक पर आग बबूला हो गए और उसे कानून का रौब दिखाने लगे। इतना ही नहीं वर्दी की हनक में चूर दारोगा ने युवक को सरेआम गोली मारने की धमकी भी दे दी।
युवक को खुलेआम दी धमकी
वीडियो में दारोगा जी कहते दिख रहे हैं कि “तुम पहचानते हो हमको? तुम जानता है हम के हैं? तोरा पता है? हम कबसे देख रहे हैं तोरा रेंज।” मेहंदिया थाना के थानाध्यक्ष राहुल अभिषेक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में थानाध्यक्ष एक दलित युवक को धमकाते नजर आ रहे हैं। थानाध्यक्ष ने युवक को धमकाते हुए कहा कि “जिस गांव के तुम हो इसी गांव में मेरा ममहर है। तुम क्या कर लोगे?” इतना ही नही वीडियो में दारोगा ने युवक को धमकाते हुए कहा कि “दो कट्टा मंगा कर तुम्हें यहीं ठोक देंगे।
सौजन्य: इंडिया टीवी
नोट: यह समाचार मूल रूप सेindiatv.inमें प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था।