आरजीपीवी 19.48 करोड़:जांच टीमें पहुंची दलित संघ के ठिकानों पर, अहम दस्तावेज की हो रही जांच
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 19.48 करोड़ की आर्थिक अनियमितता मामले में एसआईटी की टीमें मामले की जांच करने पिपरिया व सोहागपुर पहुंची हैं, यह यहां दलित संघ से बैंक कर्मी कुमार मयंक और तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार गुप्ता, तत्कालीन रजिस्ट्रार राकेश सिंह राजपूत और तत्कालीन वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा इनके द्वारा ट्रांसफर की गई राशि को लेकर जांच की जा रही है। इस दौरान कई तरह के दस्तावेजों को भी टीम ने अपनी कस्टडी में लिया है। बता दें कि पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता ही अग्रिम जमानत याचिका को भोपाल जिला कोर्ट ने बुधवार को खारिज किया था।
इनाम घोषित करने पर बोल एबीवीपी
दूसरी तरफ राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 19.48 करोड़ की आर्थिक अनियमितता मामले में तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार गुप्ता, तत्कालीन रजिस्ट्रार राकेश सिंह राजपूत और तत्कालीन वित्त नियंत्रक ऋषि केश वर्मा के खिलाफ डीसीपी जोन-04 सुंदर सिंह कनेस ने 3-3 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इस बारे में एबीवीपी के सह मंत्री शिवम जाट का कहना है कि हम 29 मार्च को खबर मिली थी कि लिंक रोड नंबर एक के पास स्थित अपने बंगले पर पूर्व कुलपति सुनील कुमार गुप्ता मौजूद थे। जिसके बाद हमने संबंध में पुलिस को रात करीब 11:30 बजे सूचना दी, पुलिस मगर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आगे नहीं बड़ी, जिसको लेकर हमने थाने पर धरना भी दिया।
इधर, आरजीपीवी में लगे पोस्टर
दूसरी तरफ राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में छ्र|त्रो द्वारा कई तरह के पोस्टर्स कैंपस और मुख्य बिल्डिंग में लगाए गए हैं। जिसमें आरजीपीवी के कर्मचारियों से भ्रष्टाचार के खिलाफ मौन तोड़ने की बात कही गई है। जिसमें लिखा है कि ‘ है #RGPV के कर्मचारियों भ्रष्टाचार के खिलाफ मौन तोड़ो, हल्ला बोलो’।
गड़बड़ी मामले में आरोपी बनाए गए बैंक के कर्मचारी कुमार मयंक को गांधी नगर पुलिस ने जेल भेजा है। कुमार मयंक को पांच दिन के रिमांउ पर पुलिस ने रखा था। जिसमें उनकी 22 मार्च को गिरफ्तारी की, फिर 27 को जेल भेज दिया गया। बता दें कुमार मयंक को पुलिस ने अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। कुमार मयंक के निजी खाते में 19.48 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे।
यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार ने कराई FIR
RGPV के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने के मामले में यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलपति प्रो. मोहन सेन ने गांधी नगर पुलिस थाना में FIR दर्ज कराई है। इसमें यूनिवर्सिटी के तत्कालीन रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, रिटायर फायनेंस कंट्रोलर ऋषिकेष वर्मा, तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार, RBL बैंक के कर्मचारी कुमार मयंक और दलित संघ सोहागपुर पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
सौजन्य :दैनिक भास्कर
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