बोर्ड पर नाम देखें भड़का दबंग, दलित डॉक्टर को पीटा कर किया तोड़ फोड़, लगाई न्याय की गुहार
बस्ती। जहा देश एक तरफ आजादी की 75अमृत महोत्सव माना रहा है। देश विकसित भारत का संकल्प ले रहा। लेकिन यह समाज जातिवाद की जंजीर में क़ैद हैं। समाज में ऐसी भी घटनाएं सामने आ रहे हैं जहां कही नही कही जाति व्यवस्था में जकड़ा हुआ नजर आ है।
आप को बता डॉ. विनय कुमार गौतम पुत्र दुबौली कप्तानगंज निवासी हैं। जो गांधी नगर रोड एसआर होटल के सामने रॉयल पेट के नाम से किलिनिक चलाते है।
जबकि दलित है। 25 मार्च को लक्ष्मी कांत द्वारा क्लीनिक पर जाति सूचक शब्द बोलते क्लीनिक पर डॉक्टर को करने एवं तोड़फोड़ का मामला सामने आया था। जहां पर मौके पर 112 पुलिस टीम पहुंची थी और मामले में बस्ती कोतवाली पुलिस से लिखित पत्र द्वारा शिकायत दी गई थी।
मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था जिसको लेकर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को पीड़ित द्वारा तहरीर देते हुए बताया की पिछले 25 मार्च को करीब शाम 4 बजे मेरे दुकान पर लक्ष्मीकांत निवासी कोणरा पाण्डे शराब के नशे में मेरे रॉयल पेट किलिनिक पर अपना कुत्ते का इलाज कराने लाये थे और मेरे द्वारा कुत्ते का इलाज कर उसे ठीक किया गया।
इसी बीच अचानक उनकी नजर मेरे किलिनिक के बोर्ड पर पड़ी। जिस पर मेरा नाम डॉक्टर विनय गौतम लिखा हुआ पाया।
जिसके बाद वो मेरे पास आये और मेरा जाति पूछा मैने कहा मैं दलित हु उसके बाद लक्ष्मीकांत अपने साथियों के साथ मुझे जाति सूचक शब्द कहते हुए। गाली देने लगे और कहा तुम दलित होकर मेरे कुत्ते का ईलाज कैसे किया। इस के बाद दुकान में रखे सामान कुर्सी आदि को तोड़ फ़ोड़ करने लगे जिसमें दुकान में रखा सामान सब बेकार करने लगे। जिससे मौके पर हमारे द्वारा 112 पर फोन कर दिया गया। मनबढ़ द्वारा जान से मारने की धमकी देते हुए मौके पर फरार हो गए।
मामले में पीड़ित द्वारा पुलिस अधीक्षक को पत्र देते हुए मुकदमा दर्ज कर करवाई की मांग किया।
सौजन्य :एक्स्प्रीस मोरनिंग
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