दलित बच्चे के अंतिम संस्कार की सामग्री नहर में फेंकी:जेवर में हंगामे के बाद पहुंची पुलिस, परिजनों को कराया शांत, जमीन को लेकर था विवाद
कानपुर में दनकौर कोतवाली क्षेत्र के बांजरपुर गांव में गुरुवार रात को 8 साल के बच्चे की बीमारी के चलते मौत हो गई। मृतक के परिजन और अन्य ग्रामीण उसका अंतिम संस्कार कराने के लिए श्मशान घाट पहुंचे। आरोप है कि गांव के ही दबंगों ने अंतिम संस्कार के लिए लाई गई सामग्री को नहर में फेंक दिया और अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा अंतिम संस्कार कराया। मामले में पीड़ित पक्ष में दो नामजद समेत पांच आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पहुंचकर शुक्रवार को शिकायत भी की है।
गांव निवासी दलित व्यक्ति रोहित का 8 साल का बेटा सिद्धार्थ कुछ समय से बीमार चल रहा था। गुरुवार की देर शाम उसकी मौत हो गई। परिवार ने उसके अंतिम संस्कार की सामग्री को श्मशान घाट पहुंचा दिया। आरोप है कि श्मशान की जमीन को अपनी बताते हुए गांव के दबंगों ने सभी सामग्री को नहर में फेंक दिया। इसके बाद दलित समाज के लोग आक्रोशित हो गए और विरोध करते हुए बांजरपुर गांव के नजदीक नहर पर जाम लगा दिया।
मामले की सूचना के बाद भारी संख्या में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया गया और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिया। बाद में पुलिस की उपस्थिति में बच्चे के शव का अंतिम संस्कार उसी जमीन पर ही किया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान तक वह गांव के मिश्रित श्मशान घाट पर ही अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इसका विरोध करते हैं। जिसके चलते उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से श्मशान के लिए जमीन की मांग की थी। जिसके बाद राजस्व के दस्तावेजों में दलित समाज के लिए अलग से शमशान घाट दर्ज किया गया, लेकिन उक्त जमीन गांव के दबंगों के कब्जे में है। 15 मार्च को भी एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के समय दबंगों ने उन्हें भगा दिया था।
बाद में पुलिस की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया। उस समय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जिस कारण उनके हौसले बुलंद हैं। मृतक सिद्धार्थ के दादा पप्पू सिंह ने दो नामजद समेत 5 के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। दनकौर कोतवाली प्रभारी संजय कुमार सिंह का कहना है कि मामले की जांच कर सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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