जहनियापुर दलित बस्ती के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित:सड़क पर बह रहा घरों का गंदा पानी, राहगीरों को आवागमन में हो रही दिक्कत
मऊ के कोपागंज विकास खंड के ग्राम सभा जहनियापुर का दलित बस्ती मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहां आज भी सड़क और नाली का अभाव है। जिसके चलते घरों का गंदा पानी सड़कों पर पसरा रहता है। गांव के लोगों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है। करीब 60 घर और 300 आबादी वाले इस बस्ती में आजादी के 76 वर्ष बाद भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।
कोपागंज ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम सभा जहनियापुर के दलित बस्ती के लोग नाली के आभाव में नारकीय जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर है। कई बार ग्रामीणों ने ब्लॉक प्रशासन और जिले के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर नाली निर्माण की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नाली के आभाव में घरों का गंदा पानी सड़क पर एकत्रित होने से जहां एक तरफ आवागमन में परेशानी उठानी पड़ती तो वही गंदे पानी की सड़न से उठने वाली बदबू से लोग परेशान है। जिसके चलते लोगों का आना-जाना दुश्वार हो गया है।
मूलभूत सुविधाओं का अभाव
गांव के सूर्य भान, अनिल यादव, शुभावती देवी, गोलू कुमात, सोनू कुमार, श्याम नारायण, ज्ञानती देवी, सकुंतला देवी, संगीता देवी, बुचिया देवी और मीरा देवी का कहना है कि मेरे गांव में सड़क और नाली की समस्या का समाधान करने के लिए आज तक कोई प्रयास नहीं किया गया। कचरा और गंदगी के चलते संक्रामक बीमारी फैलने का भय हमेशा बना रहता है। गांवों के विकास के लिए सरकार पानी की तरह पैसा बहाती है। हमारे गांव में आज तक कुछ हुआ ही नहीं। लोग यहां आज भी सड़क, नाली जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए आज भी तरस रहे हैं।
ग्राम प्रधान दरोगा भारद्वाज का कहना है कि पानी की निकासी की दूरी लम्बी होने के चलते बजट नहीं मिल पा रहा है, जैसे ही बजट स्वीकृत होगा वैसे ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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