जमीन के विवाद में की गयी थी दलित की हत्या
फर्रुखाबाद । जमीन के विवाद में दलित बालकिशन की हत्या की गयी थी। अदालत की ओर से दलित बालकिशन की हत्या में दो सगे भाइयों समेत सात लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी है। इस सजा के बाद बालकिशन के परिजनों को 15 साल बाद इंसाफ मिला है।
राजेपुर थाने के कुसमापुर गांव के बालकिशन अपने भाई रामकिशन आदि के साथ गंगा के किनारे पड़ी कटरी की जमीन को जोतने को अपने ट्रैक्टर से गये थे। गांव से ही एक किलोमीटर की दूरी पर खेत को जोतने पहुंचे तो वहां पहले से ही घात लगाये आरोपितों ने हमला कर दिया।
इस घटना में कुछ आरोपितों के पास कुल्हाड़ी तो कई के पास तमंचे थे। जमीन के विवाद को लेकर गाली गलौज शुरू की गयी। इसके बाद फायरिंग कर दी गयी जिसमें सबसे पहले रामकिशन के गोली लगी और उसके बाद जान से मारने की नियत से बालकिशन पर फायर झोंक दिया गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये। इस घटना में कई लोग घायल हुये थे। पुलिस ने 12 धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद विवेचना शुरू की।
इस घटना में सत्र परीक्षण में 14 आरोपितों के नाम सामने आये थे। अदालत ने सात आरोपितों को ही दोषी करार देते हुये सजा सुनायी है। जबकि छह आरोपितों को दोषमुक्त किया गया है। एक आरोपित की मृत्यु हो चुकी है। अदालत में 10 दिसंबर 2009 को आरोप पत्र दाखिल किया गया था। जांच तत्कालीन क्षेत्राधिकारी योगेश प्रसाद गौतम ने की थी और इस मामले में कुल 11 गवाह पेश हुये थे।
सौजन्य : Live hindustan
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