गोविन्दगढ के किशनपुरा में युवक की हत्या को लेकर दलित समाज में जबरदस्त आक्रोश
अजमेर । गोविन्दगढ के किशनपुरा में बुधवार की शाम एक युवक पर बदमाशों ने धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला कर जघन्य हत्या कर दी तथा वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने शव अपने कब्जें में लेकर पुष्कर चिकित्सालय के चीरघर में रखवा दिया है तथा आरोपियों की तलाश शुरू कर दी ।
इस जघन्य हत्याकांड से मृतक युवक के परिवार में कोहराम मच गया तथा गांव में भी सनसनी फ़ैल गई। वही इस हत्या को लेकर दलित समाज में जबरदस्त आक्रोश उत्पन्न हो रखा है तथा अस्पताल के बाहर सैकड़ो लोगों की भारी भीड़ लग गई है । दलित समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक हत्यारो को गिरफ्तार नहीं किया जाता व मृतक युवक के परिजनों को उचित मुआवजा नहीं देते तब तक हम शव नहीं उठाएंगे । इसी को लेकर दलित समाज में जबरदस्त आक्रोश उत्पन हो रखा है। गुस्साएं ग्रामीणों ने पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव नहीं उठाने की चेतावनी दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम करीब 6.30 बजे ग्रामीणों को किशनपुरा स्थित सती माता मंदिर के पास 24 वर्षीय सूरज पुत्र कालूराम मौर्य नामक युवक के खून से लथपथ हालत में पड़े होने की सूचना मिली थी। इसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा सूरज को पुष्कर हॉस्पिटल लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे ग्रामीणों में रोष उत्पन्न हो गया। उधर इत्तला मिलते ही थानाप्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस कांबले शरण गोपीनाथ भी मय जाप्तें के साथ हॉस्पिटल पहुंचे तथा शव को अपने कब्जें में लेकर उसे चीरघर में रखवाया। तथा घटना स्थल का मौका मुआयना किया। बदमाशों ने धारदार हथियार से युवक पर ताबड़तोड़ हमला किया। जिससे उसके सिर, चेहरें व गले में गहरें घाव के निशान लगे है।
एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि भारती के पिता कालूराम ने शिवराज व उनके दो अन्य साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई । इस आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तारी के लिए टीम भेज दी गई है । जांच में सामने आया कि युवक की हत्या जमीनी विवाद को लेकर उसके ही परिवार के शिवराज नामक युवक ने अपने साथियों के साथ मिल की है। वही पुलिस ने शिवराज के पिता व भाई को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।
पिता का रो रो के हुआ बुरा हाल
सूरज की हत्या की जानकारी मिलते ही उसके पिता कालूराम हॉस्पिटल पहुंचे। जहां वह जोर-जोर से रो रो के बिलखते रहे ।
सौजन्य : Divyang jagat
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