यदाद्री मंदिर में वे स्टूल पर बैठे; दलित डिप्टी सीएम और महिला नेता को नीचे बिठाया
तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी और उनके साथी मंत्रियों पर अपनी पार्टी कांग्रेस के दलित नेताओं से भेदभाव करने का आरोप लगा है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दिख रहा है कि एक मंदिर में वे स्टूल पर बैठे हैं, जबकि दलित नेता डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी विक्रमार्क और वन-पर्यावरण मंत्री कोंडा सुरेखा नीचे बैठी हैं।
वीडियो सामने आने के बाद से तेलंगाना सीएम की आलोचना हो रही है। भारत राष्ट्र समिति पार्टी ने X पर पोस्ट करके तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर दलित नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि ये मंदिर नलगोंडा जिले का यदाद्री मंदिर है।
BRS बोली- रेवंत रेड्डी ने दलित डिप्टी सीएम को नीचा दिखाया
इस वीडियो के साथ भारत राष्ट्रीय समिति ने लिखा- मुख्यमंत्री और उनके साथियों ने यदाद्री मंदिर में दर्शन के दौरान डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमार्क का बुरी तरह अपमान किया। रेवंत रेड्डी, कोमाटीरेड्डी वेंकट रेड्डी और उत्तम कुमार रेड्डी ने विक्रमार्क से ऊपर बैठकर उन्हें नीचा दिखाया।
कौन हैं मल्लू भट्टी विक्रमार्क
मल्लू भट्टी विक्रमार्क तेलंगाना के पहले दलित डिप्टी सीएम हैं। पिछले साल दिसंबर में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर उन्होंने रेवंत रेड्डी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली थी। डिप्टी सीएम बनने से पहले विक्रमार्क तेलंगाना विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं। वे 2009 और 2014 में विधानसभा चुनाव जीते थे।
खड़गे ने बीते साल भाजपा पर लगाया था फायदे के लिए दलित राष्ट्रपति चुनने का आरोप
पिछले साल मई में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ना बुलाए जाने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था- ऐसा लगता है कि मोदी सरकार सिर्फ चुनावी फायदा उठाने के लिए दलित और आदिवासी समुदाय से राष्ट्रपति बनाती है। भाजपा नेता कहते हैं कि हम एससी/एसटी को महत्व देते हैं, लेकिन वहां महत्व और सम्मान नहीं देते हैं जहां उन्हें दिया जाना चाहिए।
सौजन्य : Bhaskar
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