दलित महिला से रेप, परिगणित जाति संघ का आक्रोश मार्च:एडवोकेट अनिल मांझी बोले- घटना के एक महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली, न्याय की लगाई गुहार
छपरा के नगरपालिका चौक पर भीमराव अंबेडकर परिगणित जाति कल्याण संघ के तत्वाधान में बलात्कार पीड़िता के न्याय के लिए आक्रोश मार्च निकालते हुए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जिले के अलग-अलग स्थान से आए परिगणित जाति कल्याण संघ के सदस्यों ने सारण पुलिस और रिवीलगंज थानाध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन और आक्रोश मार्च निकाले जाने से जाम के हालात हो गए। आक्रोशित लोगों के द्वारा हाथों में तख्ती लेकर नगर पालिका चौक से थाना चौक और हथुवा मार्केट होते हुए आक्रोश मार्च निकाला गया। आक्रोश मार्च शहर में भ्रमण करने के बाद नगर पालिका चौक पर सभा के रूप में तब्दील हो गया। जहां सभी नेताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
एक महीने बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
एडवोकेट अनिल मांझी ने बताया कि रिवीलगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित महिला के साथ गैंगरेप का घटना घटित हुआ है। घटना के एक महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नही हो सका है। स्थानिय रिवीलगंज थाना पूरे मामले को दबा रहा है।
कई बार थाना में कार्रवाई के लिए गुहार लगाया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सका है। जिसके बाद समाज के सभी लोग इक्कठा होकर न्याय के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे है। धरना प्रदर्शन के बाद अभियुक्तों के गिरफ्तारी के लिए आवेदन दिया जाएगा।
बेटी के साथ छेड़खानी का किया था विरोध
गौरतलब हो कि रिवीलगंज थाना के एक महिला और उसके बेटी के साथ स्थानीय कुंच लोगों के द्वारा छेड़खानी किया गया। जिसके विरोध में महिला द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसी दौरान दबंगो ने महिला के साथ दुष्कर्म करते हुए। बेहोशी हालात में पड़ोसी जिला के दरौंदा थाना क्षेत्र में फेंक दिया गया था।
जिसके बाद महिला को गंभीर स्थिति में ईलाज के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जह से स्थिति को गम्भीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। जहाँ एक सप्ताह तक इलाजरत रही थी।
सौजन्य : दैनिक भास्कर
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