बांदा मेंदलित परिवार पर हमलाकर महिला के कपड़े फाड़े
दबंगों नेएकराय होकर दलित परिवार पर हमला कर दिया। परिवार के सदस्यों को बेरहमी सेलाठी-डंडों सेपीटा। यहां तक एक महिला के कपड़े भी फाड़ दिया और उसके साथ अश्लीलता करनेकी कोशिश की। पीड़ित पक्ष नेथाना और पुलिस के आलाधिकारियों सेफरियाद की। लेकिन किसी नेभी नहीं सुनी। इसपर पीड़ित पक्ष नेकोर्ट की शरण ली।कोर्ट के आदेश पर आरोपित, उसके तीन बेटों और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्जहुआ है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के क्योटरा निवासी शख्स के मुताबिक, बीतेवर्ष 23 दिसंबर की शाम बेटे को दुकान सौदा लेनेके लिए भेजा
था। बेटा सौदा लेकर घर लौट रहा था। रास्तेमेंमिलेछोटे, बलवीर और रामश्री नेपुरानी रंजिश मेंबेटे को रोक लिया। आरोपित गाली देतेहुए बोले, तुम्हारा बाप प्रधानी पा गया तो बड़े नेता बन गए हो। गाली का विरोध करनेपर आरोपित नेबेटे को बेरहमी से मारापीटा और मरणासन्न कर भाग निकले। काफी देर तक बेटा घर नहीं पहुंचा तो खोजबीन की। बेटा नाली के पास गंभीर हालत में पड़ा था। घर लेकर आया। होश आनेपर बेटे नेपूरी बात बताई।
आरोपितों के घर उलाहना देनेपर कल्लूऔर उनके तीनों बेटों के साथ उनके परिचित श्रीचंद्र और जोकर नेघर पर चढ़ाई कर दी। परिवार के सदस्यों को बेरहमी सेखींचकर मारापीटा। यहां तक परिवार की एक महिला के कपड़े फाड़े और अश्लील हरकतेंकरनेकी कोशिश की। आसपास के लोगों के बीचबचाव पर आरोपित जान सेमारनेकी धमकी देतेहुए भाग निकले। पीड़ित पक्ष नेमामलेकी शिकायत शहर कोतवाली और पुलिस के आलाधिकारियों सेशिकायत की। कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसपर आरोपित नेकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके आदेश पर आरोपितों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, गालीगलौज, धमकी सहित अन्य धाराओं मेंरिपोर्ट दर्जहुई है।
सौजन्य : Live hindustan
नोट: यह समाचार मूल रूप से livehindustan.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था।