नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ाः सीबीआई ने हाईकोर्ट को तीन कैटेगरी में सौंपी रिपोर्ट, कई की स्थिति खराब तो कई चलाने लायक नहीं
भोपाल। मध्यप्रदेश में नर्सिंग फर्जीवाड़े से जुड़ी हुई बड़ी खबर सामने आई है। सीबीआई ने जबलपुर हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपी है। तीन कैटेगरी में CBI ने हाईकोर्ट रिपोर्ट सौंपी है। पहले कैटगरी में वो कॉलेज जो चलाने लायक है, दूसरी कैटगरी वो जहां कई कमियां पाई गई और तीसरी कैटगरी वो जो चलाने लायक ही नहीं है।
भोपाल के गांधी मेडिकल नर्सिंग कॉलेज सहित 9 शासकीय कालेजों में कमियां पाई गई। रीवा का शासकीय नर्सिंग कालेज चलाने की स्थिति में नहीं है। कॉलेजों के निरीक्षण की रिपोर्ट सौंपी है। प्रदेश के 310 कॉलेजों में से 66 हालात बहुत ज्यादा खराब है। 66 नर्सिंग कॉलेज सिर्फ कागजों तक सीमित जमीन पर कुछ नहीं जिसमें एक शासकीय कॉलेज भी शामिल है। सीबीआई की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। 310 में 73 कॉलेज में भी हालात ज्यादा ठीक नहीं है। 73 कॉलेजों में नर्सिंग स्टाफ से लेकर कई अनियमिताएं है। जांच में 310 कॉलेज में 169 ठीक पाए गए हैं। नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में हाईकोर्ट ने जांच के निर्देश दिए थे। सीबीआई को कोर्ट ने कॉलेज पहुंचकर नीरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे।फर्जीवाड़े के कारण पिछले चार साल से परीक्षा नहीं हो पाई है। परीक्षा नहीं होने के कारण लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार में है। बता दें कि लल्लूराम डॉट काम ने ‘आपकी की बात’ में मुद्दा उठाया था। जिन कॉलेजों के बारे में बताया था वो सीबीआई की रिपोर्ट में चलाने लायक नहीं निकले है।
सौजन्य : लल्लूराम
नोट: यह समाचार मूल रूप से lalluram.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था।