गलत तरीके से दलित नेता को गिरफ्तार करना पुलिस को पड़ा भारी सिविल जज ने लगाई फटकार
अमेठी : दलित नेता जिलापंचायत सदस्य राजेन्द्रभारती के साथ बीते 16 जनवरी 2024 को मनबढ़ एवं भ्रष्ट लेखपाल सुरेन्द्रपाल व नायब तहसीलदार द्वारा हाथा पाई कर अपमानित कर मोबाईल छीन कर तोड़ देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था !
विडियो वायरल होने के बावजूद राजेंद्र भारती द्वारा थाने पर लिखित प्राथना पत्र दिया था लेकिन एक माह बीत गए पर कार्यवाही नहीं हुई बल्किप्रशासनिक अधिकारियों की तरफ उल्टा राजेंद्र भारती के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया था इससे छुब्द होकर जिलापंचायत सदस्य राजेन्द्रभारती ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर शांति पूर्ण धरना हेतु ट्वीट के माध्यम से सूचना देकर जा रहे थे !
तभी पर्शनल दुश्मनी अदा करने हेतु थाना अध्यक्ष तनुजपाल रास्ते में जिलापंचायत सदस्य को रोक कर हाथा पाई कर जबरन पकड़ कर गिरप्तार किया है जो बेहद ही निंदनीय कार्य है और गिरफ्तार करने फर्जी प्रेस नोट भी जारी कर दिया प्रेस नोट जारी कर लिखा जनपद अमेठी में अपराध एवं अपराधियों कुछ धर पकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत मूखबिर कि सूचना पर दिनांक 17-02-2024 को शत्रोहन लाल वर्मा थाना शिवरतन गंज मय हमराह द्वारा वांछित देखभाल क्षेत्र व चेकिंग संदिग्ध व्यक्ति वस्तु वाहन के दौरान मुकदमा संख्या 11/24 धारा 147,332,353,504 भादवि 2/3 लोक सम्पत्ति छति निवारण अधिनियम थाना शिवरतन गंज जनपद अमेठी में वांछित अभियुक्त राजेंद्र भारती पुत्र तेजबहादुर निवासी ग्राम पेंडारा उम्र 28 वर्ष को गिरफ्तार किया गया !
इस प्रकार राजेंद्र भारती की फोटो लगाकर फर्जी प्रेस नोट जारी कर दिया और सिविल जज के पेस करने पर सिविल जज ने लगाई फटकार उसके बाद पुलिस राजेंद्र भारती को छोड़ दिया जो बेहद निंदनीय है ऐसे चापलूस अधिकारियों पर भी कार्यवाही होने चाहिए जो फर्जी तरीके से किसी भी व्यक्ति को उठाकर जेल भेजने का काम करते हैं वर्तमान में खबर लिखे जाने तक राजेंद्र भारती अपने घर पर सुरक्षित मौजूद थे अब देखना है कि इस मामले उच्चाधिकारी संज्ञान लेकर कार्यवाही करते हैं या यूं चलता रहेगा यूपी पुलिस का जंगल राज जब जिसको चाहे उठाकर बन्द कर दें।
सौजन्य : New samachar plus
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