मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद् ने सुधीर चौधरी का किया विरोध, देश के आदिवासियों का अपमान नही सहेगें-सुमित नर्रे
सीहोर। मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद् के प्रदेश सचिव सुमित नर्रे अनुसुचित जाति थान में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि भारत के चौथे स्तंभ के रूप में पहचाने जाने वाले मीडिया द्वारा भारत के मूल निवासी आदिवासी को सार्वजनिक रूप से देश के जाने-माने हिंदी न्यूज़ चैनल आज तक के प्राइम टाइम के कार्यक्रम के उद्घोषक सुधीर चौधरी द्वारा अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। उन्होंने कहा हेमंत सोरेन को 30-40 साल पहले की तरह जंगल में जाकर आदिवासी बनकर रहना पड़ेगा। जिससे यह प्रतीत होता है कि सुधीर चौधरी जातीय विद्वेष से ग्रसित व्यक्ति है।
जिनकी नजर में आदिवासियों का मतलब पिछड़ापन और जंगली होता है। उनकी इस अभद्र टिप्पणी से पूरा आदिवासी समाज आहत है। हम लोग उनको बताना चाहते हैं कि आदिवासी समाज जंगली नहीं है। आज देश की प्रथम महिला माननीय राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी है, जो देश के पूरे ज्यूडिशल सिस्टम की अभिभावक भी हैं। ऐसे में सुधीर चौधरी जी के द्वारा आदिवासी को जंगली बताना निहायत जातिवाद से ग्रस्त और ऊँच-नीच की भावना से प्रेरित मालूम पड़ता है। उनके इस घटिया बयान से पुरे आदिवासी समाज आहत है और आदिवासी समाज को नीचा दिखाने को उनको इस मंशा का संवैधानिक और लोकतांत्रिक रूप से विरोध करते हैं। शिकायत कर मांग की गई है कि सुधीर चौधरी जी के ऊपर एसटी/एससी एट्रोसिटी प्रीवेशन एक्ट 1989 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाए तथा अविलब उनको गिरफ्तार कर आदिवासी समाज को न्याय दिलाया जाए।
सौजन्य: Kabir mission
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