दलित छात्र के निलंबन पर अशांति के बाद एनआईटी कालीकट 3 दिनों के लिए बंद
कोझिकोड: कालीकट में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) ने एक दलित छात्र के निलंबन के कारण परिसर में चल रही अशांति के कारण तीन दिन के बंद की घोषणा की है. अपीलीय प्राधिकारी की ओर से समीक्षा लंबित रहने तक निलंबन को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. एनआईटी रजिस्ट्रार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि संस्थान शुक्रवार से रविवार तक बंद रहेगा और परीक्षा, प्लेसमेंट और साक्षात्कार सहित सभी शैक्षणिक गतिविधियां अगली सूचना तक स्थगित कर दी जाएंगी.
बयान में छात्रों को अपने छात्रावास परिसर में ही रहने की भी सलाह दी गई है. सुरक्षा कर्मियों को सतर्कता बनाए रखने और पूर्व अनुमति के बिना बाहरी आगंतुकों को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया गया. नोटिस में यह भी कहा गया है कि संस्था ने परिसर में और उसके आसपास व्याप्त भीड़भाड़ और बाहरी गड़बड़ी को देखते हुए गुरुवार को पुलिस सुरक्षा की मांग की थी. आदेश में कहा गया है कि कार्य दिवसों के नुकसान की भरपाई जल्द ही अतिरिक्त कार्य दिवसों के माध्यम से की जाएगी.
बीटेक चतुर्थ वर्ष के दलित छात्र वैसाख प्रेमकुमार की ओर से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के विरोध में एक तख्ती दिखाने के बाद तनाव बढ़ गया. वैसाख को छात्र कल्याण डीन ने बुधवार को एक साल के लिए निलंबित कर दिया था और उन पर ‘गैरकानूनी सभा’ को उकसाने का आरोप लगाया था, जिसके परिणामस्वरूप 22 जनवरी को ‘कैंपस में अशांति’ हुई थी.
निलंबन के कारण एसएफआई, केएसयू और फ्रेटरनिटी मूवमेंट सहित सभी प्रमुख छात्र संघों की भागीदारी के साथ परिसर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ था. गुरुवार देर रात तक बड़ी संख्या में छात्रों ने मुख्य प्रवेश पर धरना भी दिया, जिसके बाद अधिकारियों ने अपीलीय प्राधिकारी के निर्णय लेने तक विशाक के निलंबन को रोक दिया. छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस बलों के साथ झड़प भी हुई. इन घटनाओं के बाद, संस्थान के वार्षिक तकनीकी-प्रबंधन उत्सव, तत्व और सांस्कृतिक उत्सव, रागम को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है.
सौजन्य: Etv bharat
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