भाजपा ने कांग्रेस को बताया दलित और अंबेडकर विरोधी, सैम पित्रोदा के इस पोस्ट पर मचा बवाल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधीर कुलकर्णी ने एक मीडिया कंपनी के लिए एक लेख लिखा, जो शनिवार को प्रकाशित हुआ। लेख में कुलकर्णी ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संविधान के निर्माण में अंबेडकर से अधिक योगदान दिया है।
भाजपा एक बार फिर कांग्रेस के खिलाफ हमलावर हो गई। भाजपा कांग्रेस को दलित विरोधी कह रही है। दरअसल, पूरे विवाद की शुरूआत एक लेख के कारण हुआ, जिसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने शेयर कर दिया था। लेख में संविधान के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के योगदान को अंबेडकर से अधिक कहा गया है।
भाजपा- कांग्रेस की नफरत दलितों को लेकर नई नहीं है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधीर कुलकर्णी ने एक मीडिया कंपनी के लिए एक लेख लिखा, जो शनिवार को प्रकाशित हुआ। लेख में कुलकर्णी ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संविधान के निर्माण में अंबेडकर से अधिक योगदान दिया है। इसी लेख को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने भी एक्स पर शेयर किया। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया। कांग्रेस नेता के इसी पोस्ट पर भाजपा हमलावर हो गई। भाजपा ने कांग्रेस को दलित विरोधी और अंबेडकर विरोधी बताया है। भाजपा ने इसे दलितों और अंबेडकर के प्रति कांग्रेस की नफरत नई नहीं है।
संविधान में अंबेडकर का अहम योगदान
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पित्रोदा ने पोस्ट शेयर कर लेख का समर्थन किया है। हम इसका विरोध करते हैं। पूरी दुनिया का मानना है कि संविधान में डॉ अंबेडकर की भूमिका अहम है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी और दलित विरोधी है। कांग्रेस की दलित विरोधी सोच फिर से सामने आ गई है। कांग्रेस शासन में दलितों और आदिवासियों को बहुत अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है।
हर चीज का श्रेय नेहरू को देती है कांग्रेस
वहीं, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि राहुल के करीबी और गुरु सैम पित्रोदा ने बाबा साहब का अपमान किया है। बाबा साहब को कमतर आंका जा रहा है। हर चीज का श्रेय नेहरू को देना कांग्रेस नेताओं की आदत है। अब कांग्रेस ने संविधान का श्रेय भी नेहरू को दे दिया। हालांकि, भारी विरोध के बावजूद कुलकर्णी अपने दावों पर कायम हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संविधान को आकार देने में नेहरू की भूमिका अम्बेडकर से अधिक थी ।
सौजन्य: Amar ujala
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