रोहित वेमुला की पुण्यतिथि पर इस यूनिवर्सिटी से निकला जातिवाद का जहर, मनुवाद मुर्दाबाद के लगे नारे
रोहित वेमुला की आठवीं पुण्यतिथि पर बुधवार को अंबेडकर स्टूडेंट यूनियन फार राइट्स ASUR के सदस्यों ने DDU गेट पर श्रद्धांजलि देते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान करीब 50 की संख्या में इकट्ठा हुए ASUR छात्रों ने कहा कि डॉक्टर रोहित वेमुला को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में संस्थानिक हत्या का शिकार बनाया गया।
छात्रों ने मांग किया कि दलित स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए रोहित एक्ट बनाया जाना बेहद जरूरी है। ताकि समाज के कमजोर तबके से आने वाले छात्रों पर हो रहे अत्याचार को रोका जा सके। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने जातिवाद पर नकेल कसने की मांग की।
रोहित एक्ट लागू करने की किए मांग
प्रदर्शन में शामिल छात्रों के एक गुट ने झाल- मंजीरा बजाते हुए मनुवाद और पूंजीवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। छात्रों ने मांग किया कि जातिवाद को समाप्त करने के लिए सरकार ठोस पहल करे और शिक्षण संस्थानों में जातिवाद को रोकने के लिए बनाए गए रोहित ACT को तत्काल लागू किया जाए। इससे पहले ASUR स्टूडेंट्स ने रोहित वेमुला के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। गमगीन माहौल में छात्रों ने बाबा साहब को याद करते हुए कहा कि अगर आज संविधान न होता तो अपनी प्रतिक्रिया बताने के लायक भी न होते।
प्रदर्शन में ये छात्र रहे शामिल
प्रदर्शन करने वाले छात्रों में आकाश पासवान, शुभम सोनकर, ईश कुमार, ईश्वर कुमार, सुधीराम रावत, सिया साहनी, करीना पासवान, रागिनी गौतम, प्रतिमा सहाय, गोल्डन कुमार, सुजीत कुमार, ज्योतिरादित्य गौतम, रमेश कुमार विश्वकर्मा, अनुराग निषाद, रोहित, नेहा, शालिनी आदि मौजूद रहे।
सौजन्य: पत्रिका
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