दलित छात्र पर टूटा दबंग छात्रों का कहर, सिर पर तमंचों की बट से वार कर फोड़ा सिर, कार्रवाई न करने पर परिजनों ने दी आंदोलन की चेतावनी
जनपद अलीगढ़ के थाना जवां इलाके के नवाब सिंह चौहान इंटर कॉलेज के बाहर एक दलित छात्र के साथ हथियारबंद ठाकुर समाज के दबंग छात्रों द्वारा जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अवैध तमंचों और लाठी डंडों से लैस होकर हमला बोलते हुए मारपीट कर बेरहमी के साथ पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित दलित छात्र के परिजनों की तहरीर के आधार पर उसके साथ मारपीट करने वाले 8 नामजद सहित 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा-(147,323,504,506,352 ओर एससी/एसटी एक्ट 3(2)av) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
थाना क्षेत्र के छोटा जवा गांव निवासी दलित प्रशांत कुमार पुत्र संतोष कुमार पास के ही नवाब सिंह चौहान इंटर कॉलेज का छात्र है। बताया जा रहा है कि दलित छात्र अलग-अलग बाइक बदलकर स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाता है।दलित छात्र को नई-नई बाइक बदलकर स्कूल में आते हुए देख स्वर्ण समाज के दबंग छात्र इसी बात को लेकर दलित छात्र से खुन्नस रखते हैं ओर कई बार बाइक बदलकर स्कूल पहुंचने की बात पर दबंग छात्रों द्वारा स्कूल में अपना दबदबा कायम रखने को लेकर उसको जाति सूचक शब्दों से अपमानित करते हुए धमकी दी गई थी कि दलित हम तुझे इस स्कूल में पढ़ने नहीं देंगे।
5 जनवरी की है घटना
आरोप है कि दलित छात्र प्रशांत के साथ हुई वारदात 5 जनवरी 2024 की है। जब दलित छात्र अपने घर से स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए गया था ओर स्कूल की छुट्टी के बाद जैसे ही वह कॉलेज के गेट से बाहर निकाला। तभी साथा गांव निवासी ठाकुर रविंद्र कुमार के दबंग छात्र बेटे ओर करण ठाकुर ने करीब दो दर्जन से ज्यादा साथियों के साथ मिलकर अवैध हथियारों से लैस होते हुए दलित छात्र को कॉलेज के गेट के बाहर पकड़ लिया और उसके साथ गाली गलौज करते हुए जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर लाठी डंडे लोहे के रोड और तमंचों की बट से सिर पर हमला बोलते हुए मारपीट कर जमकर पिटाई की। जिसके दबंग छात्र लाठी डंडों ओर अवैध हथियारों से हमला कर मारपीट करने बाद दलित छात्र को खून से लथपथ कर थाने पर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने पर जान से मार देंगे और तुझको कॉलेज में नहीं पढ़ने देंगे की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।
थाने पहुंचा पीड़ित छात्र
सवर्ण समाज के दबंग छात्रों द्वारा दलित छात्र की पिटाई किए जाने की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और घायल छात्र को उठाकर कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर थाने पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने दलित छात्र को जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर मारपीट करने वाले दबंग छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने से मना करते हुए खून से लथपथ छात्र का मेडिकल कराने से भी मना करते हुए थाने से भगा दिया।
थाने और पुलिस के उच्चअधिकारियों से मामले में कार्रवाई किए जाने से मना करने के बाद पीड़ित छात्र के परिजनों ने किसी बड़े ओहदे पर बैठे व्यक्ति से संपर्क साधते हुए मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने पर सिफारिश कराई गई। तब कहीं जाकर थाना पुलिस के द्वारा उनकी तहरीर पर उनके बेटे के साथ मारपीट करने वाले 8 नामजद सहित 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए मारपीट में घायल लड़के का अस्पताल भेजते हुए पुलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण कराया गया। जहां उसके सिर में डॉक्टरों द्वारा करीब 25 टांके लगाएं गए। आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपी लड़कों के खिलाफ इलाका पुलिस द्वारा घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
कॉलेज प्रिसिंपल पर गंभीर आरोप
पीड़ित परिजनों ने नवाब सिंह चौहान इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल रविंद्र सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा प्रिंसिपल खुद ठाकुर समाज से है। यही वजह है कि दलित छात्रों के साथ गाली गलौज कर जाति सूचक शब्दों से अपमानित कर स्कूल में नहीं पढ़ने देने की धमकी देने वाले दबंग छात्रों को उनके द्वारा बढ़ावा दिया जाता है। जिसके चलते दबंग छात्र दलित छात्रों के सामने अपना वर्चस्व कायम रखते हुए स्कूल में अपना दबदबा बनाएं रखना चाहते हैं।
महिला ने बताया कि दलित छात्र के साथ मारपीट करने वाले एक लड़के को उन्होंने पकड़कर चौकी पुलिस के हवाले कर दिया था। बावजूद किसके दबंग रविंद्र सिंह चौकी पहुंचा और लोगों द्वारा पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द किए गए लड़के को छुड़ाकर अपने साथ चौकी से ले गया। वहीं दबंग लड़के दलित छात्र को गाली गलौज कर धमकी देते हुए बोलते हैं कि तुझे हम गाड़ी पर नहीं घूमने देंगे भंगी के,तू बड़ा नई-नई गाड़ियां लेकर स्कूल आता है। तुझे हम इस स्कूल में बिल्कुल भी पढ़ने नहीं देंगे।
वहीं पीड़ित परिजनों का आरोप है कि हम वाल्मीकि जाति के हैं। इसीलिए ठाकुर परिवार के लोगों द्वारा उनके दलित बेटे के साथ मारपीट की। ओर जब वो घटना के दिन थाने पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पहुंचे तो पुलिस ने उनका मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया। यही वजह है कि मुकदमा दर्ज होने के बावजूद पुलिस उनके मामले में घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी सुनवाई नहीं कर रही है।
जिसके चलते करीब 500 ग्रामीणों के साथ लेकर न्याय के आस में प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त राजस्व राज्य मंत्री से मामले में कार्रवाई किए जाने को लेकर न्याय की गुहार लगाई। वही पीड़ित परिजनों ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पुलिस ने आरोपी लड़कों की जल्द गिरफ्तारी नहीं की तो दलित समाज के लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
सौजन्य: न्यूज़ 4 नेशन
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