जमीन विवाद को लेकर दर्ज हुआ दलित उत्पीड़न का मुकदमा
अनुमंडल के डोभी थानाक्षेत्र के बजौरा गांव मेंएक एकड़ जमीन पर कब्जे को लेकर दस साल से चल रहे विवाद के बीच फिर एक पक्ष ने दूसरे के खिलाफ दलित उत्पीड़न|
अनुमंडल के डोभी थानाक्षेत्र के बजौरा गांव मेंएक एकड़ जमीन पर कब्जे को लेकर दस साल सेचल रहे विवाद के बीच फिर एक पक्ष ने दूसरेके खिलाफ दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्जकराया है। पूर्वसेभी दोनों पक्षों के बीच मुकदमे बाजी चल रही है। पाठकों को याद होगा कि हाल ही में डोभी थानेके बहेरा ओपी के एक गांव मेंजमीन पर कब्जेको लेकर दो पक्षों के बीच गोलियां चली थीं।
जाहिर है कि जमीन विवाद के निबटारेको लेकर अंचल और थाना स्तर से लेकर अनुमंडल और जिला सतह तक सुनवाई के लिए तारीखें और दिन मुकर्रर होनेके बावजूद गांवों में भूमि विवादों का सिलसिला थम नहीं रहा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ताजा मुकदमा गया के अनुसूचित जाति थाने में दर्ज हुआ है। डोभी के बजौरा गांव के रहने वाले सनोज रविदास नामक एक खेतिहर की ओर सेदर्जकराई गई रिपोर्ट मेंकहा गया हैकि उसके पूर्वज को वर्ष 1981-82 मेंभूदान यज्ञ कमिटी की ओर से जोत-कोड़ के लिए एक एकड़ जमीन मिली थी। उस पर कब्जा भी है। इसके बावजूद लाला मुरली मनोहर लाल एंवएं उनके समर्थक भी उसी भूखंड पर अपना मालिकाना हक जता रहे हैंऔर जमीन छोड़नेके लिए धौंस धमकी सेलेकर मारपीट तक कर रहेहैं।
कोर्ट के आदेश पर घटना के पांच महीने बाद दर्ज हुई रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके साथ मारपीट करने के अलावा जातिसूचक शब्द का भी इस्तेमाल किया गया है। मारपीट की यह घटना पिछलेवर्ष जुलाई की है। दोनों पक्षों के बीच जमीन पर कब्जे की होड़ में पहले से भी मुकदमे बाजी चल रही है।
सौजन्य: हिंदुस्तान लाइव
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