दलित महिलाओं की मौत को लेकर उठाए सवाल
दलित स्वाभिमान रक्षा संघर्षवाहनी की एक बैठक प्रदेशाध्यक्ष अनिल आजाद की अध्यक्षता मेंआयोजित की गई। जिसमें बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के गांव वनखंडा में हाईटेंशन तार टूटने से मारी गई दो महिलाओं के परिजनों को मुआवजा दिलाने तथा दोषी विद्युत निगम के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जानेकी मांग की गई।
बैठक मेंअनिल आजाद एडवोकेट नेकहा कि दोनों महिलाओं की मृत्युविद्युत निगम के अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम है। जिसके लिए दोषियो के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायमहो तथा मृतक आश्रितों को 25 -25 लाख रूपये मुआवजा दिलाये जाए। इसके अलावा मृतकों के परिवार के एक एक व्यक्ति को नौकरी दिलाई जाए। उन्होंनेकहा कि दो दलित महिलाओं की मौत हो जाती हैऔर जिला प्रशासन मात्र खानापूर्ति कर रहा है। यही वजह हैकि अभी तक घटना की जांच के लिए कोई कमेटी गठित नहीं की गई है। उन्होंनेकहा कि जिला प्रशासन की ओर सेमृतकों के परिजनों को जिला स्तर पर दी जानेवाली भी आर्थिक सहायता अभी तक प्रदान नहीं की गई है। यह जिला प्रशासन की दलितों की मौत के प्रति उदासीन रवैया को दर्शाता है। उन्होंनेमामलेकी जांच के लिए निष्पक्ष न्यायिक कमेटी का गठन कियेजानेकी माकी। इस अवसर पर मुकेश जाटव, प्रमोद गौतम, पंकज वर्मा, राकेश बौद्ध, मदन जाटव, गंगाराम जाटव, प्रेमचंद व कलुआ आदि उपस्थित रहे।
सौजन्य: लाइव हिंदुस्तान
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