सुसाइड नोट से दलित छात्र की मौत का खुलेगा राज, हत्या या आत्महत्या
बिहार शेखपुरा जिले के लोदीपुर पंचायत के पथरेटा गांव निवासी निरंजन कुमार की मौत बरबीघा कालेज के छात्रावास में हो गई थी। लाश कमरे की छत से लटकी हुई थी। लोग इसे आत्महत्या ही बता रहे थे। लेकिन परिवार के लोगों ने छात्रावास के ही पांच छात्रों के उपर हत्या करने का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहीं अभी इस मामले में जैसे-जैसे साक्ष्य सामने आ रहे हैं। इस पर से पर्दा उठते जा रहा है।
वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक सुसाइड नोट में एनसीसी कैडेट और इंटर का छात्र निरंजन के द्वारा माता से माफी भी मांगी गई है और आर्मी जॉइन नहीं कर पाने की वजह से आत्महत्या करने की बात कही है। छात्र के इस सुसाइड नोट को इंटरनेट पर वायरल देखा जा रहा है। इस सुसाइड नोट की जो तस्वीर है वह छात्र निरंजन के कमरे में जो टेबल है उसी के ऊपर का है। उधर पुलिस के द्वारा भी दबी जुबान में इस सुसाइड नोट को पुष्टि की जा रही है।
इस पूरे मामले में परिवार वालों के दबाव पर बुधवार को ही भागलपुर से फॉरेंसिक की टीम आ गई थी। फॉरेंसिक की टीम के द्वारा भी प्रथम दृष्टया में इसे आत्महत्या का ही मामला माना गया। यह भी बताया कि छत पर लगे लोहे के अंकुश में पहले एक शॉल और फिर शॉल के नीचे एक गमछी बांध कर गले में फंदा लगाकर पलंग के सहारे उसमें झूल गया जिससे उसकी जान चली गई।
वहीं इस मामले में थाना अध्यक्ष सुनील दत्त ने बताया कि पुलिस के द्वारा जब छात्रावास के सीसीटीवी को देखा गया तो रात्रि में छात्र खाना खाने के बाद कमरे के अंदर जाता है, उसके बीच किसी के आने-जाने का कोई वीडियो नहीं है। सुबह में दोस्तों के द्वारा ही दरवाजा खोलने के लिए उसे जगाया जाता है तो वह नहीं जगता है फिर अन्य दोस्तों को बुलाकर दरवाजे में धक्का दिया जाता है तो जोर से धक्का देने पर दरवाजा का छिटकनी गिर जाता है और दरवाजा खुलता है और सभी देखकर हक्का-बक्का रह जाते हैं। यह सारा मामला वीडियो में साफ दिख रहा है।
सौजन्य : दैनिक भास्कर
नोट : समाचार मूलरूप से bhaskar.comमें प्रकाशित हुआ है मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित|