शाहीन बाग़ आंदोलन पर भाषा सिंह की किताब को लाडली अवार्ड
वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह की शाहीन बाग़ आंदोलन पर लिखी किताब – ‘शाहीन बाग़ – लोकतंत्र की नई करवट’ को तीसरे दक्षिण एशिया लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड पापुलेशन फर्स्ट द्वारा मीडिया, प्रकाशन, विज्ञापन, थियेटर व फिल्म क्षेत्र में जेंडर संवेदनशीलता के नज़रिये से किए गए कामों के लिए दिया जाता है। सभी विजेताओं को अवार्ड मंगलवार शाम मुंबई के टाटा थियेटर, एनसीपीए में हुए समारोह में दिए गए।
भाषा सिंह की किताब आज़ादी के बाद देश में हुए सबसे बड़े जनांदोलनों में से एक – सीएए-एनआरसी के देशव्यापी विरोध का एक जीवंत दस्तावेज़ है। दिल्ली के शाहीन बाग़ से शुरू हुआ यह आंदोलन देश में इसी नाम से कोने-कोने में पहचाना गया। राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह किताब मुस्लिम महिलाओं की नेतृत्वकारी भूमिका के विभिन्न आयामों को सामने लेकर आती है। यह अवार्ड हासिल करने वाली यह हिंदी की अब तक की इकलौती किताब है।
पापुलेशन फर्स्ट द्वारा संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपी) के सहयोग से दिया जाने वाला लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड देश के प्रतिष्ठित मीडिया अवार्ड में से एक है। राष्ट्रीय स्तर पर ये अवार्ड साल 2007 से दिए जा रहे हैं। फिर साल 2016 में पहली बार इनका दायरा बढ़ाकर दक्षिण एशिया स्तर तक किया गया और पहले दक्षिण एशिया लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड आयोजित हुए। 2017 में दूसरा दक्षिण एशिया लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड आयोजित होने के बाद इसका तीसरा संस्करण अब 2023 में हुआ है।
इस साल फेमिना पत्रिका की संपादक विमला पाटिल को लाडली ऑफ द सेंचुरी अवार्ड, फिल्ममेकर अरुणा राजे पाटिल को लाडली लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, अभिनेत्री कोंकना सेन शर्मा को लाडली वुमेन बिहाइंड द स्क्रीन अवार्ड, भंवरी देवी को लाडली आइकोनिक रूरल फेमिनिस्ट अवार्ड, नादिरा बब्बर को लाडली थियेटर अवार्ड और नेटवर्क ऑफ वुमेन इन मीडिया, इंडिया (एनडब्लूएमआई) को लाडली जेंडर चैंपियन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा देश के अलग-अलग इलाकों में पत्रकारिता की अलग-अग श्रेणियों के लिए भी कई अवार्ड दिए गए हैं।
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यह अवार्ड पापुलेशन फर्स्ट द्वारा मीडिया, प्रकाशन, विज्ञापन, थियेटर व फिल्म क्षेत्र में जेंडर संवेदनशीलता के नज़रिये से किए गए कामों के लिए दिया जाता है।
वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह की शाहीन बाग़ आंदोलन पर लिखी किताब – ‘शाहीन बाग़ – लोकतंत्र की नई करवट’ को तीसरे दक्षिण एशिया लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड पापुलेशन फर्स्ट द्वारा मीडिया, प्रकाशन, विज्ञापन, थियेटर व फिल्म क्षेत्र में जेंडर संवेदनशीलता के नज़रिये से किए गए कामों के लिए दिया जाता है। सभी विजेताओं को अवार्ड मंगलवार शाम मुंबई के टाटा थियेटर, एनसीपीए में हुए समारोह में दिए गए।
भाषा सिंह की किताब आज़ादी के बाद देश में हुए सबसे बड़े जनांदोलनों में से एक – सीएए-एनआरसी के देशव्यापी विरोध का एक जीवंत दस्तावेज़ है। दिल्ली के शाहीन बाग़ से शुरू हुआ यह आंदोलन देश में इसी नाम से कोने-कोने में पहचाना गया। राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह किताब मुस्लिम महिलाओं की नेतृत्वकारी भूमिका के विभिन्न आयामों को सामने लेकर आती है। यह अवार्ड हासिल करने वाली यह हिंदी की अब तक की इकलौती किताब है।
पापुलेशन फर्स्ट द्वारा संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपी) के सहयोग से दिया जाने वाला लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड देश के प्रतिष्ठित मीडिया अवार्ड में से एक है। राष्ट्रीय स्तर पर ये अवार्ड साल 2007 से दिए जा रहे हैं। फिर साल 2016 में पहली बार इनका दायरा बढ़ाकर दक्षिण एशिया स्तर तक किया गया और पहले दक्षिण एशिया लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड आयोजित हुए। 2017 में दूसरा दक्षिण एशिया लाडली मीडिया व एडवर्टाइजिंग अवार्ड आयोजित होने के बाद इसका तीसरा संस्करण अब 2023 में हुआ है।
इस साल फेमिना पत्रिका की संपादक विमला पाटिल को लाडली ऑफ द सेंचुरी अवार्ड, फिल्ममेकर अरुणा राजे पाटिल को लाडली लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, अभिनेत्री कोंकना सेन शर्मा को लाडली वुमेन बिहाइंड द स्क्रीन अवार्ड, भंवरी देवी को लाडली आइकोनिक रूरल फेमिनिस्ट अवार्ड, नादिरा बब्बर को लाडली थियेटर अवार्ड और नेटवर्क ऑफ वुमेन इन मीडिया, इंडिया (एनडब्लूएमआई) को लाडली जेंडर चैंपियन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा देश के अलग-अलग इलाकों में पत्रकारिता की अलग-अग श्रेणियों के लिए भी कई अवार्ड दिए गए हैं।
सौजन्य-न्यूज क्लिक
नोट : समाचार मूलरूप से hindi.newsclick दलित महिला सेदुष्कर्म करने पर दोषी को दस साल सजाप्रकाशित हुआ है| मानवाधिकारों के प्रति सवेदन शीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित|