दलित सरपंच को पेड़ सेबांधकर पीटा, पुलिस की वॉर्निंग के बाद भी वीडियो वायरल
जालंधर के नूरपुर गांव में कुछ लोगों ने सरपंच को पेड़ से बांधकर पीटा। दरअसल मामला एक जमीन को लेकर था जिसमें सरपंच पैरवी कर रहेथे। वहीं जिन लोगों ने कब्जा किया था उनको आपत्ति थी।
जालंधर में दलित समुदाय के सरपंच को पेड़ से बांधकर पीटनेका मामला सामनेआया है। पीडि़त नूरपुर गांव का मौजूदा सरपंच हैऔर बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा है।
बसपा सरपंच की पिटाई की वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस के मुताबिक थाना मकसूदा में दर्जकी गई डीडीआर के अनुसार नूरपुर गांव के मौजूद सरपंच राज कुमार का गांव के ही रहने वाले निरंजन दास के साथ जमीनी विवाद चल रहा था। इस दौरान 29 नवंबर को मामला इतना बढ़ गया को निरंजन दास ने गांव के सरपंच को पेड़ से बांध दिया। सरपंच के साथ मारपीट की गई। कब्जाधारी निरंजन सिंह नेअपने भाई, भतीजों के साथ मिलकर मौजूदा सरपंच के साथ गाली-गलौज भी की।
मामलेकी सूचना मिलनेपर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने लेआई। दोनों पक्षों में लिखित में राजीनामा हो गया था।
सरपंच की पिटाई की वीडियो बनाई
सरपंच के साथ हुई मारपीट के वीडियो मौके पर लोगों ने बनाए थे। पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच राजीनामा और आरोपी पक्ष को सरपंच के साथ हुई मारपीट का वीडियो डिलीट करने के आदेश दिए थे| लेकिन अब यह वीडियो वायरल होने सेमामला दोबारा सुर्खियों मेंआ गया है। डीडीआर मेंजिक्र किया गया है कि अगर राजीनामे के बाद कोई भी वीडियो वायरल होता है तो पुलिस मामले में कार्रवाई करेगी, लेकिन इसके बाद भी वीडियो वायरल की गई। देर शाम तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
अदालत में चल रहा केस, सरपंच कर रहे थे पैरवी डीएसपी बलवीर सिंह का कहना हैकि पुलिस के पास कोई शिकायत नहीं आई। इलाके के लोगों का कहना कि हड्डा रोडी की जमीन केंद्र सरकार की है। इस पर लंबे समय से निरंजन व उसके रिश्तेदार काबिज हैं। इस जमीन को लेकर पंचायत नेअदालत में केस दायर कर रखा है। इस मामले में पैरवी सरपंच कर रहेथे। वहां कुछ दिन पहले विवाद हो गया था। इसके बाद निरंजन उसके रिश्तेदारों ने सरपंच राणा को पेड़ से बांधकर पीटा लेकिन उसी दिन शाम को मामले का राजीनामा हो गया था।
सौजन्य- लाइव हिंदुस्तान
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