बांदा में हत्या के मामले में सुलह न करने पर दलित युवक को किया अगवा
भाई की हत्या के मामले में सुलह न करने पर घरवालों को मार-पीटकर युवक को अगवा कर लिया गया। दिल्ली बार्डर पर चेकिंग होने से पीड़ित चार पहिया से उतर भागा। वहां की पुलिस के सहयोग से बांदा आया। बिसंडा थाना में मामले की तहरीर दी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आलाधिकारियों के यहां फरियाद पर भी निराश मिली। पिता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो हिसार के ईंट-भट्टा मालिक सहित पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई।
बिसंडा थाना क्षेत्र के पारा गांव निवासी किशोरा के मुताबिक, छह बेटे और एक बेटी है। बताया कि सबसे बड़ा बेटा राजाभइया और दूसरे नंबर का बेटा सोनू हरियाणा के हिसार स्थित तोशाम रोड मंगाली कुटीया स्थित ईंट-भट्ठा मजदूरी के लिए गए थे। वहां चित्रकूट निवासी सिकंदर ने बड़े बेटे राजाभइया की ईंट से हमलाकर हत्या कर दी थी। हिसार के आजादनगर थाने में 15 जनवरी को आरोपित के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
मामला कोर्ट में विचाराधीन है। आरोप है कि 20 फरवरी को चार पहिया से दोपहर दो बजे शक्ति पुत्र रामखेलावन और धीरू पुत्र कल्लू निवासी पारा, ईंट भट्ठा मुनीम शिवपूजन, मालिक विमल निवासी आजादनगर हिसार पहुंचे। सोनू पर दबाव बनाया कि हत्या के मामले में सुलह कर लो। इनकार करने पर घर में मार-पीटकर बेटे सोनू को चार पहिया से अगवा कर ले गए। दिल्ली बार्डर पर पुलिस की चेकिंग लगी हुई थी।
चेकिंग के दौरान बेटे ने शोर मचाया और गाड़ी नीचे उतर भागा। वहां की पुलिस के सहयोग से बांदा पहुंचा। बेटे के पहुंचने पर मामले की तहरीर बिसंडा थाना में दी। वहां कोई सुनवाई नहीं हुई तो आलाधिकारियों से फरियाद की। मामला हिसार से जुड़ा होने की बात कहते हुए वहीं पर शिकायत को कहा गया। इस पर कोर्ट में फरियाद की। कोर्ट के आदेश पर सभी आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई।
सौजन्य : Live hindustan
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