जाति की राजनीति और जातियों की लड़ाई, बिहार की जमीनी सच्चाई! दलित परिवार पर टूटा दबंगों का कहर
बिहार को सामाजिक आंदोलनों की भूमि कहा जाता है. यही कारण है कि इस पर राजनीति भी काफी परवान चढ़ती रही है और इसके फलाफल में यहां बीते 33 वर्षों से पिछड़ी व दलित जातियों के हाथों में ही सत्ता की बागडोर रही है. लेकिन, क्या जमीन पर भी जातियों के बीच समरसता बढ़ी है या फिर यह सिर्फ कागज की बातें हैं? जहानाबाद के प्रेम प्रसंग का यह मामला हमें क्या बताता है,
राजीव रंजन विमल/जहानाबाद. बिहार के जहानाबाद जिले के नगर थाना क्षेत्र के अंजनी गांव के रहने वाले एक दलित लड़के को प्रेम प्रसंग में लड़की भगा कर ले जाना महंगा पड़ गया. लड़की पक्ष के लोगों के द्वारा लड़का के परिवार वालों के साथ घर पर पहुंचकर जमकर मारपीट कर देने का मामला सामने आया है. इसके बाद लड़का पक्ष के 12 से अधिक पुरुष एवं महिलाएं जहानाबाद सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराए गए हैं|
इस मामले में लड़का पक्ष के लोगों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व पटना जिले के हुसैना चक की रहने वाली पिछड़ी जाति की लड़की को अंजनी गांव के एक दलित युवक से प्रेम हो गया, जिसके बाद वे दोनों अपने अपने घर से भाग गए. इसके बाद से लड़की पक्ष के लोग लगातार हम लोग पर लड़की को वापस लाने का दबाव बना रहे थे|
दलित लड़के के परिवार वालों की मानें तो अपने स्तर से लड़का से संपर्क कर वापस बुलाने का पहल कर ही रहे थे, लेकिन इसी बीच अचानक से हथियार से लैस होकर लड़की पक्ष के कई लोग गांव में पहुंच गए और हमलोगों के साथ बुरी तरह से मारपीट कर घायल कर दिया. परिजनों ने बताया कि इसकी सूचना हमलोगों के द्वारा स्थानीय थाने में भी दी गई है|
फिलहाल सभी घायल लोगों का जहानाबाद सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों में पुरुष एवं महिलाएं दोनों शामिल हैं. सूचना के बाद स्थानीय पुलिस आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है. बता दें कि लड़का और लड़की दोनों नाबालिग है. जिला अलग-अलग है, लेकिन दोनों गांव आसपास ही है|
सौजन्य : न्यूज़ 18
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