‘दलित गौरव’ अभियान, क्या ‘दलित प्रेम’..बदलेगा दलितों की तस्वीर? कांग्रेस से मुलाकात..2024 में बनेगी बात?
यूपी में कांग्रेस ने दलित गौरव संवाद अभियान शुरू किया। अभियान से जुड़ने के लिए कांग्रेस नेता हर विधानसभा में पत्र भरवा रहे है। इस क्रम में एक लाख से ज्यादा दलितों के मांग पत्र भरवाए गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हर विधानसभा में दलित बस्तियों में जाकर दलित परिवार से मुलाकात की। मुसलमानों को जोड़ने के बाद अब दलित को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
गांव- गांव तक होगा इसका विस्तार
दलित गौरव संवाद यात्रा के नतीजे से उत्साहित उत्तर प्रदेश कांग्रेस अब इसका विस्तार प्रदेश के गांव गांव तक करने जा रही है। करीब डेढ़ महीने के इस सफर में कांग्रेस ने करीब करीब हर विधानसभा में दलित बस्तियों में जाकर दलित परिवारों से मुलाकात की। पहले मुसलमानों को जोड़ने की मुहिम और अब दलित गौरव संवाद यात्रा के जरिए दलितों में घुसपैठ की कांग्रेस की कोशिश एक तरह से समाजवादी पार्टी के पिछला दलित अल्पसंख्यक यानी पड़ा की काट के तौर पर देखी जा रही है।
कांग्रेस में भारी उत्साह
दलित गौरव संवाद यात्रा की सफलता से कांग्रेस में भारी उत्साह नजर आ रहा है कांग्रेस डेढ़ महीने के भीतर करीब एक लाख से ज्यादा दलितों से उनकी समस्याओं को लेकर मांग पत्र भरवाये गए। लेकिन अब कांग्रेस इस विधानसभा तक सीमित न रखकर गांव गांव तक लेकर जाएगी। यानी अब इसका दायरा बड़ा किया जा रहा है। यह फैसला इस कार्यक्रम की समीक्षा के बाद लिया गया। 9 अक्टूबर को काशीराम के परिनिर्वाण दिवस से शुरू हुई। ये यात्रा 26 नवंबर को संविधान दिवस पर खत्म होनी थी। लेकिन हर विधानसभा से 250 दलितों से संपर्क किया गया। और 500 से ज्यादा दलितों से मांग पत्र भरवाने के बाद जो रुझान आया। उसके चलते अब इस अभियान का विस्तार ग्रामीण इलाकों तक किया जा रहा है
सौजन्य : News24 online
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