स्कूल हॉस्टल में दलित छात्र की संदिग्ध हालात में मौत के मामले को दबाने की कोशिश : अमर बाउरी
रांची। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने गुरुवार को कहा कि मांडर के संत जॉन्स हाई स्कूल के हॉस्टल में चतरा जिले के हंटरगंज निवासी दलित छात्र युवराज पासवान की संदिग्ध हालात में मौत के संवेदनशील मामले को पुलिस प्रशासन एवं सत्ता पक्ष के दबंग नेता हर कीमत पर दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आनन-फानन में पुलिस प्रशासन और स्कूल प्रबंधन ने बिना किसी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमॉर्टम कर उसकी अंत्येष्टि का दबाव परिजनों पर डालकर पूरे मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया लेकिन भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा इस पूरे मामले की जांच मोर्चा स्तर पर गंभीरता से कर रही है। बाउरी ने इसकी उच्च स्तरीय जांच, मृतक के परिजन को 25 लाख रुपये मुआवजा एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग राज्य सरकार से की।
उन्होंने 19 नवंबर को हुए संत जॉन्स हाई स्कूल के हॉस्टल परिसर में युवराज पासवान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मृतक के परिजनों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि युवराज के पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में छेड़छाड़ किया गया है। युवराज पासवान ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या कर उसे कुएं में डाल दिया गया था। परिजनों ने यहां तक कहा कि सत्ता पक्ष के एक दबंग नेता बार-बार फोन कर स्थानीय पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास कर रहे है। परिजनों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने अभी तक किसी तरह का कोई भी साक्ष्य आत्महत्या का प्रस्तुत नहीं किया है।
बाउरी ने कहा कि जिस कुएं से युवराज का शव मिला उस कुएं के ऊपर जाली लगी है। स्कूल प्रबंधन ने भी किसी तरह का कोई साक्ष्य युवराज की आत्महत्या का प्रस्तुत नहीं किया है। इससे साफ लग रहा है कि इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इसे भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगी और युवराज पासवान को न्याय दिलवाने के लिए सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ेगी।
सौजन्य : Azad sipahi
नोट : समाचार मूलरूप से azadsipahi.com में प्रकाशित हुआ है मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित |