2 समुदायों में हुए खूनी संघर्ष ने पकड़ा तूल, आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर दलित समाज ने घेरा ACP ऑफिस
शहर में गोबर्धन पूजा वाले दिन दो समाज के लोगों में पटाखा जलाने को लेकर खूनी संघर्ष हो गया। जिसका मामला शांत होने के बजाय तूल पकड़ता जा रहा है। जिसे लेकर एक दलित समाज के लोगों ने बुधवार को अम्बेडकर भवन में एकत्रित होकर पंचायत का आयोजन किया|
सोहना शहर में गोबर्धन पूजा वाले दिन दो समाज के लोगों में पटाखा जलाने को लेकर खूनी संघर्ष हो गया। जिसका मामला शांत होने के बजाय तूल पकड़ता जा रहा है। जिसे लेकर एक दलित समाज के लोगों ने बुधवार को अम्बेडकर भवन में एकत्रित होकर पंचायत का आयोजन किया। पंचायत समाप्त होने पर एसीपी कार्यालय पहुंच कर लोगों ने घेराव किया। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा यदि गिरफ्तारी नहीं हुई तो 19 नवम्बर रविवार को एक महापंचायत करके पुलिस के खिलाफ मोर्चा निकाली जाएगा। पंचायत में पहुंचे लोगों का कहना है कि सोहना में कानून व्यवस्था का मजाक उड़ाया जा रहा है। बदमाश सरेआम अस्पतालों तक पहुंच कर तलवारें चला रहे हैं, कानून व्यवस्था चौपट पड़ी हुई है। पुलिस अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हुए हैं और बदमाश वारदातों को अंजाम देने के बाद बेख़ौफ़ घूम रहे हैं।
इस मामले को लेकर जहां सोहना एसीपी ने मीडिया के सामने चुप्पी साधे रखी। वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रवक्ता की माने तो पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन देखना इस बात का होगा कि पुलिस आरोपियो को कब तक गिरफ्तार कर पाती है।
बता दें कि 13 नवबंर की रात को कस्बा के वार्ड नंबर 20 में दो समाजों के बीच पटाखा चलाने को लेकर विवाद हो गया था। जिसमें जमकर लाठी,डंडे,रॉड व तलवारें चली थी। इस झगड़े के दौरान दोनों पक्षों के आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे, लेकिन इस मामले में अस्पताल के अंदर घुसकर मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तारी के नाम पर अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। हालांकि इस मामले के बाद पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा सिटी थाना प्रभारी का यहां से तबादला कर दिया गया है। सोहना सिटी पुलिस थाना में दूसरे थाना प्रभारी को भेज दिया गया है।
सौजन्य : पंजाब केसरी
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